Bahadurgarh ki tuti sadken de rahi hathon ko nyota
बहादुरगढ़ में बारिश के बाद टूटी सड़कों पर मुश्किलें और बढ़ गई हैं। पानी के जमाव के कारण गड्ढों का आकार बढ़ रहा है। इससे वाहन लेकर तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। बारिश से पहले सड़कों पर जो पैचिंग होनी थी, वह नहीं हुई। सेक्टरों के अंदर के रास्तों से लेकर मुख्य सड़कों पर यही हालात हैं।
Delhi Rohtak Road पर आधे हिस्से में तो पुनर्निर्माण हो गया था। बाकी आधे हिस्से का प्रस्ताव भी पास हो रखा है, लेकिन अभी निर्माण कार्य शुरू होने में समय लगेगा, तब तक पैचिंग होनी थी, मगर वह भी जरूरत के हिसाब से नहीं हुई। पुराने बस स्टैंड और लाल चौक के आसपास सड़क की हालत खस्ता है। यहां पर गड्ढों के कारण न केवल वाहन चालक परेशान हैं, बल्कि इससे जाम भी लगता है। कायदे से तो बारिश का मौसम शुरू होने से पहले यहां पर गड्ढों को भरा जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
वहीं सेक्टर छह के अलावा अन्य सेक्टरों में भी यही हालात हैं। अंदर की सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे बने हुए हैं। सेक्टर छह में हालात सबसे ज्यादा खराब है। कई सड़कों की हालत तो ऐसी है कि उनके ऊपर पैदल चलना भी आसान नहीं। सेक्टर-छह और सात के डिवाइडिंग रोड का तो पिछले दिनों पुनर्निर्माण हो गया था। ऐसे में यहां से तो आवागमन सुगम है, लेकिन सेक्टरों के अंदर प्रवेश करते ही मुश्किलें बढ़ जाती हैं। शहर के अन्य प्रमुख मार्गों का जिम्मा तो लोक निर्माण विभाग के कंधों पर है, लेकिन सेक्टरों का रखरखाव हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण को करना होता है।
गांवों के संपर्क मार्गों पर हालात ओर भी बद से बद्तर
क्षेत्र में ग्रामीण अंचल के जिन मार्गों पर मरम्मत नहीं हुई, वहां पर हालात बदतर बने हुए हैं। बारिश में पानी जमा होने के बाद तो सड़कों पर गड्ढों की गहराई का भी वाहन चालकों को आभास नहीं होता। ऐसे में कब कहां पर क्या घटना हो जाए, इसका डर बना रहता है।
बारिश से पहले सड़कों पर पैचिंग की गई थी। अगर कहीं पर दिक्कत है तो वहां गड्ढों को भरा जाएगा। दिल्ली-रोहतक रोड का सांखौल से किसान चौक तक के हिस्से का पुनर्निर्माण तो हो चुका है। अब सांखौल से सेक्टर-9 मोड़ तक के हिस्से का कार्य होना है। इसकी डीएनआइटी मंजूर होने के बाद टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे।
- अनिल रोहिल्ला, एक्सईएन, लोक निर्माण विभाग, वहादुरगढ़