Chief Minister Nayab Saini will come to Rakhigarhi, CM will give gift to Narnaund
राखीगढ़ी में विश्रामगृह, कैफेटेरिया, हॉस्टल भवनों का CM नायब सैनी करेंगे उद्घाटन
एसडीएम मोहित महराणा ने मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर तैयारी का लिया जायजा, बोले सभी तैयारियां पूर्ण
हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 5000 से भी अधिक साल पुरानी हड़प्पा सभ्यता को देखने (19 मई) सोमवार को ऐतिहासिक गांव राखीगढ़ी आएंगे। इस दौरान वे पुरातात्विक स्थलों पर जाकर उत्खनन कार्य का निरीक्षण करेंगे तथा करोड़ों रुपए की लागत से नवनिर्मित तीन बड़ी विकास परियोजनाओं का लोकार्पण भी करेंगे।
एसडीएम मोहित महराणा ने रविवार को मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर की जा रही तैयारी का जायजा लेने के उपरांत उक्त जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर तमाम तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी दोपहर करीबन 12 बजे गांव में पहुंचेंगे। यहां उनका शानदार स्वागत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री 20 करोड़ लागत की तीन विकास परियोजनाओं का करेंगे लोकार्पण: एसडीएम ने बताया कि इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी विश्राम गृह भवन, हॉस्टल,कैफेटेरिया का लोकार्पण करेंगे। इन विकास परियोजनाओं पर करोड रुपए की राशि खर्च की गई है। उन्होंने कहा कि राखीगढ़ी गांव में देश-विदेश से विद्यार्थी पुरातत्व क्षेत्र में रिसर्च करने के लिए आते हैं। हॉस्टल तथा रेस्ट हाउस के बनने से इन विद्यार्थियों को रहने तथा खाने की अब कोई दिक्कत नहीं रहेगी।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी आएंगे राखीगढ़ी: सोमवार को केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी ऐतिहासिक नगरी राखी गढ़ी आएंगे। वे सुबह लगभग 10 बजे गांव पहुंचेंगे। उनके साथ संस्कृति मंत्रालय के सचिव विवेक अग्रवाल भी मौजूद रहेंगे। एसडीएम ने बताया कि केंद्रीय मंत्री भी विभिन्न टीलों पर जाकर उत्खनन कार्य का अवलोकन करेंगे। उन्होंने बताया कि हरियाणा प्रदेश के पर्यटन मंत्री श्री अरविंद शर्मा भी राखी गढ़ी आएंगे।
म्यूजियम भी जल्द बनाकर होगा तैयार: संग्रहालय भवन का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है। उन्होंने बताया कि म्यूजियम भवन के निर्माण को लेकर हाल ही में 42 करोड रुपए की राशि भी स्वीकृत की गई है। जल्दी टेंडर लगाया जाएगा।उन्होंने बताया कि राखी गढ़ी गांव में हड़प्पा तथा पूर्व हड़प्पा कालीन सभ्यता एवं संस्कृति के ठोस प्रमाण मिले हैं। उत्खनन के दौरान जो वस्तुएं मिली है उन सभी को संग्रहालय भवन में रखा जाएगा ताकि हड़प्पा कालीन समृद्ध संस्कृति एवं सभ्यता के बारे में अधिक से अधिक लोग जानकारी प्राप्त कर सकें।