Hansi small government fell, chairperson supporters stayed away from voting
Hansi News : दो साल के कार्यकाल के बाद पंचायत समिति हांसी प्रथम की चेयरपर्सन की कुर्सी चली गई। वीरवार को अविश्वास प्रस्ताव के लिए बैठक बुलाई गई थी। बैठक में एडीसी सी जयाश्रद्धा के देखरेख में अविश्वास प्रस्ताव के लिए वोटिंग की गई थी। खास बात ये थी कि बैठक में ब्लाक समिति के कुल 26 सदस्य मौजूद थे और चेयरपर्सन के पक्ष के शेष तीनों सदस्यों ने ही बैठक से दूरी बनाए रखी।
शाम को तीन बजे एडीसी हांसी बीडीपीओ के कार्यालय में बैठक की कार्रवाई के लिए पहुंच गई थी। उनके साथ डीडीपीओ नरेंद्र सिंह, एडीओ सुरेंद्र सिंह व हांसी बीडीपीओ अशोक मेहरा भी मौजूद थे।
चेयरसर्पन पक्ष के सदस्य के मौजूद होने के लिए साढ़े तीन बजे तक इंतजार किया गया और कार्यालय परिसर में बीडीसी मेंबर के बैठक में पहुंचने के लिए आवाज लगवाई गई। जिसके बाद बैलेट पेपर से वोटिंग शुरू करवाई गई। जिसमें 26 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोटिंग की। अब इलेक्शन कमीशन के पास वोटिंग रिजल्ट भेजे जाएंगे। जिसके बाद चेयरमैन के चुनाव के लिए तारीख की घोषणा की जाएगी।
हर मीटिंग में वेयरपर्सन पर लगाए थे भ्रष्टाचार के आरोप
दो साल पहले भाजपा समर्थित नीलम देवी को चेयरपर्सन चुना गया था। अब दो साल बाद ही भाजपा समर्थित चेयरपर्सन पर बीडीसी मेंबरों ने विकास कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है। समिति सदस्यों ने एडीसी को प्रस्ताव सौंपा था। सदस्यों ने चेयरपर्सन की कार्यप्रणाली से असंतुष्टि जाहिर की थी। उनका कहना है कि चेयरपर्सन हाउस की सहमति के बिना कार्य करवा रहे हैं, जो नियमानुसार गलत है। इस कारण सभी सदस्य उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित करना चाहते हैं।
उन्होंने एडीसी को दिए गए प्रस्ताव के माध्यम से बताया कि दो वर्ष बाद भी चेयरपर्सन नीलम देवी ने किसी प्रकार का कोई विकास कार्य नहीं करवाया है। यदि किसी सदस्य के द्वारा कोई कार्य करवाया जाता है तो नीलम देवी द्वारा कोई सहयोग नहीं किया जाता है। उन्होंने नीलम को पद से हटाने व दोबारा चुनाव करवाने की अपील की थी।
नीलम देवी को चेयरपर्सन बनाने में था विधायक का अहम रोल
जिस समय नीलम देवी को चेयरपर्सन बनाया गया था उसमें विनोद भयाना का अहम रोल था। भयाना ही चेयरमैन के चुनाव में वोटिंग से पहले बीडीसी मेंबर को बस में बैठाकर बीडीपीओ कार्यालय पहुंचे थे। जानकारी के अनुसार विधानसभा चुनाव में पंचायत समिति प्रथम की चेयरपर्सन द्वारा वोटिंग से चार दिन पहले कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी। जिसके बाद उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार विनोद भयाना का साथ नहीं दिया था। विकास कार्यों में बीडीसी मेंबर द्वारा चेयरपर्सन पर लगाए जा रहे थे। इसी बीच भयाना ने चेयरमैन से नाराज बीडीसी मेंबर का साथ दिया और चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को सफल बना दिया।
वोटिंग से पहले पूरा दिन होटल में रहे बीडीसी मेंबर
वोटिंग से पहले चेयरमैन के विरोधी बीडीसी मेंबर सुबह से ही भाई जी होटल में रुके रहे। सुबह विधायक विनोद भयाना ने सभी की मीटिंग ली और हिसार मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए। विधायक ने हिसार जाने से पहले वोटिंग तक पूर्व चेयरमैन राजपाल यादव की जिम्मेवारी लगाई थी। जिसे उन्हें बखूबी निभाया। अविश्वास प्रस्ताव के बाद वोटिंग करने वाले सभी बीडीसी मेंबर विधायक की कोठी के लिए रवाना हो गए।
चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। जिसमें 9 जनवरी वोटिंग के लिए निर्धारित की गई थी। बैठक में 29 में से 26 बीडीसी मेंबर मौजूद थे। बेल्ट पेपर से वोटिंग करवाई गई है। बैठक में मौजूद सभी 26 बीडीसी मेंबर ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोटिंग की है। चुनाव की तारीख निर्धारित होने तक बीडीपीओ को कार्यभार सौंपा गया है। – सी जयाश्रद्धा, एडीसी. हिसार।
ये समाचार भी पढ़ें :- पढ़ने के लिए नीचे दी गई लाइन पर टच करें
हरियाणा के इस स्कूल में निकली पीजीटी अध्यापकों की भर्ती,
महम में 37 करोड़ की लागत से बनेगी सड़क, हरियाणा की यह सड़क होगी एक्सीडेंट फ्री,
युवती की हत्या के मामले में 6 को उम्रकैद,
टायर फटने से पलटी पिकअप गाड़ी, एक की मौत, कई घायल,
नई शिक्षा नीति को लेकर हरियाणा के शिक्षा मंत्री का बड़ा बयान,
हिसार में मुख्यमंत्री ने बजट पर वैज्ञानिकों और किसानों से किया मंथन, बजट में बनेगी यह खास योजना
नारनौंद सड़क हादसे में युवा किसान की मौत, खेत में रखवाली कर आ रहा था घर,
Discover more from Haryana News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.