Haryana News Today: Shock to BJP before voting, Ashok Tanwar left BJP
अशोक तंवर ने फिर थामा कांग्रेस का हाथ, चंद मिनट पहले किया था भाजपा के लिए प्रचार
Haryana Election News : सिरसा लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रहे अशोक तंवर ने कुछ ही देर पहले भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी प्रचार किया था और कुछ घंटे बाद महेंद्रगढ़ में राहुल गांधी के सामने कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने हुड्डा को प्रणाम किया तो हुड्डा ने भी पटका पहना कर अशोक तंवर को कांग्रेस में शामिल किया।
आपको बता दे कि अशोक तंवर को राहुल गांधी की टीम का सदस्य माना जाता था और उन्हें हरियाणा युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा से खटपट के चलते हैं अशोक तंवर ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया था और वह अलग-अलग पार्टियों में शामिल होते रहे लेकिन कहीं पर भी उनकी दाल नहीं गली। 3 अक्टूबर गुरुवार को चुनाव प्रचार खत्म होने से कुछ घंटे पहले अशोक तंवर भाजपा प्रत्याशी के लिए प्रचार कर रहे थे और उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में ट्विटर भी किया था लेकिन उसे ट्वीट को बाद में डिलीट कर दिया गया।
महेंद्रगढ़ में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव को प्रचार करने पहुंचे राहुल गांधी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में अशोक टावर ने फिर से कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली। जैसे ही अशोक तंवर मंच पर पहुंचे तो उन्होंने सबसे पहले राहुल गांधी के पांव छूकर आशीर्वाद लिया और उसके बाद उन्होंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भी प्रणाम किया। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अशोक तंवर को कांग्रेस पार्टी का पटका पहनाकर कांग्रेस में शामिल करवाया।
कांग्रेस छोड़ने के बाद अशोक तोमर ने सबसे पहले तृणमूल कांग्रेस पार्टी मैं शामिल हुए और कुछ ही समय बाद उसे मन भर गया और वह आम आदमी पार्टी में चले ग। लोकसभा चुनाव से पहले अशोक तंवर ने आम आदमी पार्टी को भी अलविदा कह दिया और भाजपा में शामिल हो गए। लोकसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा की टिकट पर सिरसा से प्रत्याशी बनाया गया था और इस चुनाव में वह कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा से चुनाव हार गए।
अशोक तंवर के कांग्रेस में शामिल होने से दलित वोट भाजपा से कटेगा और कांग्रेस के साथ जुड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। हाल ही में कांग्रेस के टिकट वितरण के दौरान कांग्रेस नेत्री कुमारी सैलजा पर नारनौंद में की गई जातिगत टिप्पणी के मुद्दे को भाजपा पूरी तरह से चुनाव में भुना रही थी। लेकिन चुनाव से करीब 40 घंटे पहले अशोक तंवर ने भाजपा को झटका दे दिया और ऐसे में कांग्रेस ने दलित वोट बैंक पर सेंध लगा ली।