लक्ष्य पब्लिक स्कूल में वीर बाल दिवस मनाया
-नाटक मंचन से साहिबजादों के साहस निडरता की दिखाई गाथा
Hisar Evening News : लक्ष्य पब्लिक स्कूल में वीर बाल दिवस बड़े उत्साह और सम्मान के साथ मनाया गया। इस अवसर पर छात्रों ने वीर बाल दिवस पर एक नाट्य प्रस्तुति दी, जिसमें उन्होंने साहिबज़ादों की वीरता और बलिदान को दर्शाया।
नाटक में दिखाया गया कि किस प्रकार साहिबज़ादों को दीवार में चुनवा दिया गया था और उनके जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं को भी प्रस्तुत किया गया। इस प्रस्तुति के माध्यम से छात्रों ने साहिबज़ादों के साहस, निडरता और बलिदान के बारे में गहराई से जाना और उनकी जीवनशैली से प्रेरणा ली। विद्यालय के चेयरमैन रमेश वर्मा जी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे स्कूल में इस प्रकार की प्रतियोगिताएं, खेल और सामाजिक गतिविधियाँ नियमित रूप से आयोजित की जाती हैं, जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के डायरेक्टर रामनिवास वर्मा और प्रधानाचार्य सुखजिंदर सिंह ने बच्चों को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि वीर बाल दिवस हमें साहस और बलिदान की प्रेरणा देता है और बच्चों को इस दिन से सीख लेते हुए अपने जीवन में आगे बढऩे का संकल्प लेना चाहिए। इस कार्यक्रम में वाइस प्रिंसिपल राजबाला शर्मा, सुमन सांगा, जोगिंदर, जगबीर शर्मा, उमेश शर्मा, राजेंद्र कुमार, कुलदीप, कृष्ण कुमार, कमल पूनिया और सभी अध्यापकगण उपस्थित रहे। अध्यापकगण बच्चों की प्रतिभा से अत्यंत प्रभावित हुए और विजेताओं को उनकी उत्कृष्ट रचनात्मकता के लिए सम्मानित किया गया। सभी ने बच्चों को उनकी सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।
कांग्रेस भवन में सम्मान स्मारक शताब्दी समारोह का आयोजन
कहा, बापू महात्मा गांधी ने सत्याग्रह, शान्ति, अहिंसा के रास्तों पर चलते हुए अंग्रेजों को भारत छोडऩे पर मजबूर किया
Latest Hisar News Today : कांग्रेस पार्टी का 26 दिसंबर 1924 को ऐतिहासिक राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान बापू महात्मा गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष चुना जाने के उपलक्ष्य में कांग्रेस भवन में सम्मान स्मारक शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया।
इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश सीनियर प्रवक्ता व जिला कन्वीनर बजरंग गर्ग ने बेलगांव अधिवेशन की महत्ता बताते हुए कहा कि बेलगाम अधिवेशन भारत की स्वतंत्रता के लिए एकता और सत्याग्रह के गांधीवादी सिद्धांतों को आगे बढ़ाने का प्रतीक बना।
महात्मा गांधी के नेतृत्व में इस अधिवेशन ने कांग्रेस के जनाधार को मजबूत किया और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी। यह स्वराज और सत्याग्रह जैसे मूलभूत सिद्धांतों का साक्षी बना, जिसने लोगों को ना केवल प्रेरित किया, बल्कि उन्हें एकजुट भी किया। बजरंग गर्ग ने कहा कि बापू महात्मा गांधी ने एक लंगोटी एक सोटी से भारत देश को आजाद करवाने का काम किया। बापू महात्मा गांधी जी शान्ति व अहिंसा के पुजारी थे और सत्याग्रह, शान्ति, अहिंसा के रास्तों पर चलते हुए अंग्रेजों को भारत छोडऩे पर मजबूर कर दिया।
इस अवसर पर वरिष्ठ नेता छत्रपाल सोनी, महिला जिला अध्यक्ष संतोष जून, वरिष्ठ नेता रणवीर शर्मा उर्फ कालू पंडित, वरिष्ठ नेता अमर गुप्ता, महिला नेत्री कृष्ण दुग्गल, महिला नेत्री गीता आहूजा, महिला हल्का अध्यक्ष मनीषा दहिया, वरिष्ठ नेता अनूप सरसाना, वरिष्ठ नेता चंद्र भान काजला, कांग्रेस नेता एडवोकेट धर्मेन्द्र घणघस, युवा नेता हेमंत गुज्जर, युवा नेता सुरेश पंघाल लाडवा, युवा नेता सोनू लंकेश, रिटायर्ड कर्मचारी सेल अध्यक्ष रणधीर सिंह बामल, युवा नेता घनश्याम वर्मा, वरिष्ठ नेता सुरेश वाल्मीकि, नरेंद्र सिंह पूनिया लाडवा, प्रदेश संगठन मंत्री राजेंद्र बंसल, प्रदेश सचिव निरंजन कुमार गोयल, जय बीर सिंह कुंडू, जसबीर सिंह,पूर्व अल्पसंख्यक चेयरमैन विक्टर डेविड, कृष्ण माहसी, प्रदेश युवा सचिव भारत सोनी कांग्रेस भवन सेक्रेटरी अनिल बिश्नोई आदि कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि भारी संख्या में मौजूद थे।
गुजवि ने किया बाल वीर दिवस पर सेमिनार का आयोजन
Hisar News: गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना के सौजन्य से बाल वीर दिवस के अवसर पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने राष्ट्रीय सेवा योजना को इस कार्यक्रम के आयोजन पर बधाई देते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं और समाज को गुरु गोविंद सिंह जी के पुत्रों के अदम्य साहस, निस्वार्थ बलिदान और धर्म की रक्षा के लिए उनकी निष्ठा के बारे में जानकारी मिलेगी। इन बलवीरों की कहानी न केवल सिख इतिहास बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रेरणास्रोत है।
राष्ट्रीय सेवा योजना की समन्वयक डॉ अंजू गुप्ता ने बताया कि ‘बाल वीर दिवस’ सिख धर्म के दसवें गुरु गोविंद सिंह के साहसिक पुत्रों साहिबजादा जोरावर सिंह और फतेह सिंह की शहादत की याद में मनाया जाता है कि किस प्रकार इन नन्हे योद्धाओं ने अपने धर्म और सत्य के लिए आत्म बलिदान दिया। सेमिनार के मुख्य वक्ता डॉ विक्रमजीत सिंह रहे। उन्होंने साहिबजादों की जीवन यात्रा और उनके अद्वितीय बलिदान के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि उनका बलिदान हमें सत्य, साहस और कर्तव्य निष्ठा के मार्ग पर चलते हुए सभी चुनौतियों का सामना करना सिखाता है। वीर बालक हमें सिखाते हैं कि सच के लिए लडऩा हमेशा महत्वपूर्ण है। देश के वीर बालकों का समर्पण हमेशा हमारे दिल में अमर रहेगा। उन्होंने सत्य और धर्म के पथ पर चलने वाले वीर बालकों के त्याग और धैर्य को नमन किया। सेमिनार के दौरान विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों एवं स्वयंसेवकों ने बढ़-चढक़र भाग लिया और सेमिनार को बड़े ही धैर्यपूर्वक सुना। इस कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित रहे।
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