Modi Sarkar Election Fraud Rahul Gandhi Expose
Delhi Abtak :
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 7 अगस्त को एक प्रेजेंटेशन के जरिए केंद्र की मोदी सरकार पर सीधा ( Modi Sarkar Election Fraud ) हमला बोला। उनका दावा है कि 2024 लोकसभा चुनावों में व्यापक पैमाने पर हेराफेरी कर भाजपा ने सत्ता हासिल की, और चुनाव आयोग इस पूरी प्रक्रिया में एक “फ्रंटल संगठन” की तरह काम करता नजर आया।
मोदी सरकार की वैधता पर राहुल गांधी का बड़ा हमला: चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने डेटा, दस्तावेज़ों, और चुनावी प्रक्रियाओं से जुड़े उदाहरण देते हुए कहा कि “भारत की वर्तमान सरकार न तो वैध है और न ही संवैधानिक। यह सरकार धोखाधड़ी से सत्ता ( Modi Sarkar Election Fraud ) में आई है।”
सबूतों के साथ हमला:
राहुल गांधी ने अपने प्रेजेंटेशन में इन बिंदुओं पर खास ज़ोर दिया:
फॉर्म 6 और फॉर्म 17C का आपस में मिलान न होना
कई जगहों पर EVM और वोटर लिस्ट के आंकड़े मेल नहीं खाते
सीसीटीवी फुटेज को रोकने या हटाने के आरोप
लाखों फर्जी वोट और वोटर लिस्ट में हेराफेरी
विपक्ष के उठाए गए सवालों को नजरअंदाज करना
उन्होंने कहा कि “यह केवल तकनीकी गड़बड़ी नहीं है, बल्कि एक संविधानिक तख्तापलट है।”
चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को “चुनाव चोरी आयोग” बताते हुए आरोप लगाया कि वह भाजपा के साथ मिलकर लोकतंत्र को अपंग कर रहा है।
“चुनाव आयोग अब एक निष्पक्ष संस्था नहीं रही। यह अब भाजपा, ABVP, बजरंग दल, और भाजयुमो की तरह एक राजनीतिक इकाई बन चुकी है।”
क्या है इसका संवैधानिक असर?
राहुल गांधी के अनुसार, यदि चुनाव प्रक्रिया ही संदिग्ध है तो उससे बनी सरकार भी वैध नहीं मानी जा सकती। उनका कहना है:
“एक चुनावी धोखाधड़ी से बनी सरकार ( Modi Sarkar Election Fraud ) के फैसले भी संवैधानिक रूप से शून्य हैं।”
भविष्य की लड़ाई का संकेत
हालांकि राहुल गांधी ने अभी सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस्तीफे की मांग नहीं की, लेकिन उन्होंने कहा कि यह लड़ाई अब लंबी चलेगी और इसमें सीधे टकराव की स्थिति बन सकती है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
भाजपा की ओर से अभी तक इस प्रेस कॉन्फ्रेंस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि भाजपा इसे “राजनीतिक हताशा” और “जनादेश का अपमान” बताएगी।
विपक्ष में ऊर्जा, सत्ता पर प्रश्नचिन्ह
राहुल गांधी के इस खुलासे के बाद विपक्ष में नई ऊर्जा देखी जा रही है। समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी और टीएमसी जैसी पार्टियों ने भी चुनाव आयोग से स्पष्टीकरण की मांग की है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
इससे पहले ADR जिसके बारे में जस्टिस दीपांकर दत्ता ने प्रतिकूल टिप्पणी की थी बता चुका है के डाले गए वोट और गिने गए वोट में 5 लाख वोट का अन्तर था. VFD भी 79 लोकसभा सीट के अन्तर की बात कर चुका है!
सोशल मीडिया पर लोगों ने कहा कि कुछ चैनलों ने राहुल गांधी के आरोप जितने नहीं चलाए उससे चार गुणा ज़्यादा इलेक्शन कमीशन की हलफ़नामे की माँग चला रहे हैं।
राहुल गांधी की आज की बमबारी से बहुत भारी हड़कंप मचा है । सारी तोपें सोशल मीडिया पर झोंक दी गई हैं । सभी मुख्यमंत्रियों और मुर्दा से मुर्दा इनफ़्लुएंसर को तलवार भाँजने उतार दिया गया है । टीवी चैनलों पर चुनाव आयोग के नोटिस का वृतांत राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ़्रेंस की कंटेंट से चौगुना परोसा जा रहा है।
चुनाव आयोग कहता है,हम निष्पक्ष चुनाव करवा रहे हैं। लेकिन उनके डेटा में एक विधानसभा में 1 लाख फर्जी वोटर हैं।मैं देश की जनता से कहना चाहता हूँ।ये आपका भविष्य है।आपकी आंखों के सामने पूरा सिस्टम चोरी किया जा रहा है – RahulGandhi
Prashant Tondon
वोटों की चोरी से बने हैं नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री – राहुल गांधी का बड़ा खुलासा:
राहुल गांधी ने जो सबूत और तथ्य रखे हैं वो साफ़ संकेत देते हैं कि चुनाव आयोग बीजेपी को जिताने के लिए काम करता है.
तीनों चुनाव आयुक्तों को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिये.
BNS की धारा 171 और 174 के तहत पूर्व चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के खिलाफ़ कर्नाटक मे FIR दर्ज करके उन्हे पूछताछ के लिये पुलिस को हिरासत में लेना चाहिये.
सुप्रीम कोर्ट को इस बड़ी धांधली पर संज्ञान लेना चाहिये.
मौजूदा चुनाव आयोग के खिलाफ़ एक राष्ट्रीय आंदोलन होना चाहिये.
Awesh Tiwari
यह हैरान कर देने वाला खुलासा है। आप सरकार बदलने के लिए वोट करते हैं, आयोग खेल कर दे रहा है। राहुल गांधी @RahulGandhi ने सिर्फ एक विधानसभा का उदाहरण देकर पूरे देश में हो रही वोट चोरी को सामने ला खड़ा किया।
नए वोटर्स के फॉर्म 6 पर 94,95 साल के लोगों का नाम जोड़ा गया।हजारों नाम ऐसे हैं जिनका नाम कई विधानसभाओं में दर्ज है। यह सारा खेल बिना सरका रखे सहयोग के नहीं हो सकता।
हरियाणा का प्री पोल दौरा मैने किया था कहीं से भी भाजपा जीतते नहीं दिख रही थी, यही हाल छत्तीसगढ़ में था, मगर हुआ उल्टा।
कुछ न कुछ तो गड़बड़ है इसका अंदाजा हमें पहले से था लेकिन अब कन्फर्म है। देखना है राहुल के इस खुलासे पर आयोग क्या सफाई देता है?
Sohit Mishra
करोड़ों रुपयों की लागत से चलने वाली बड़ी बड़ी मीडिया संस्थानों को जो काम करना चाहिए था, वो काम राहुल गांधी और उनकी टीम के लोग कर रहे हैं! देश में कैसे चुनाव लगातार मोदीजी जीत रहे हैं, कैसे घोटाला हो रहा है, इसका सटीक सबूत उनकी ओर से दिया गया… एक विधानसभा सीट में एक लाख फर्जी वोटर! चुनाव आयोग पर ताला लगा देना चाहिए!!
हम पिछले साल से ही लगातार आपको बताते आए हैं कि चुनावों में घोटाला हुआ है, महाराष्ट्र में जीत हुई नहीं है, सत्ता छीनी गई है… इसका खमियाज़ा मेरे चैनल को चुकाना भी पड़ा है, लेकिन आज राहुल गांधी ने एक बड़ा खुलासा कर दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया है!
अब राहुल गांधी के इस पर्दाफाश के बाद चुनाव आयोग को तुरंत भंग करने और मौजूदा चुनाव आयुक्त नियुक्ति कानून को रद्द करने का आंदोलन खड़ा होना चाहिए ।
अब इस सूरत में किसी चुनाव का कोई मतलब नहीं !