Negligence: Lakhs spent on cleanliness on paper, zero on ground
लाखों खर्च, पर सिर्फ कागजों में गांव साफ
जागो जिम्मेदार: गांवों में जगह-जगह लगे कचरे के ढेर बता रहे अधिकारियों की लापरवाही
बारिश के मौसम में गांवों में डेंगू, चिकनगुनिया और टाइफाइड जैसी कई संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है। अधिकारियों के आदेशों के बाद भी गांवों में सफाई व्यवस्था लचर ही नजर आ रही है। जनवरी में धारूहेड़ा खंड के गांवों की सफाई व्यवस्था की रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो गया था कि अधिकतर गांवों में सफाई अभियान मात्र कागजातों में ही किया जा रहा है। ग्राम पंचायतों के पास बजट होने के बावजूद संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए जरूरी कार्यों की शुरुआत अभी तक नहीं हुई है। ग्राम पंचायतों को फागिंग मशीन खरीदने के निर्देश दिए जा चुके हैं। गांवों में लगाए गए सफाई कर्मचारियों का कार्य भी सरपंचों के घरों के आसपास सफाई करने तक ही सीमित है।
संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित रूप से सफाई करने के साथ ही कुछ आवश्यक उपाय किए जाने थे। प्रशासन ने गांवों में नियमित सफाई, एंटी लार्वा, ब्लीचिंग पाउडर, फागिंग, जलभराव वाले स्थानों में केरोसिन जला मोबिआयल के छिड़काव करने के निर्देश दिए हैं, जिसकी मानिटरिंग के लिए खंड विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी कर रहे है। इसके बावजूद भी गांवों की नालियों में जमा गंदगी और जगह-जगह पड़े कूड़े के ढेर प्रशासन की लापरवाही को बयां कर रहे हैं।
गांवों में कचरा उठाने के लिए प्राइवेट एजेंसी को दिया गया था टेंडर जिले के लगभग सभी गांवों में एकत्रित होने वाले कचरे को उठाने के लिए एक प्राइवेट एजेंसी को टेंडर दिया गया था, जिसे घर-घर जाकर सूख व गिला कचरा ट्रैक्टर-ट्रालियों में उठाकर गांव से बाहर डाला जाना था। कुछ माह यह कार्य सुचारू चलने के बाद कचरा उठाने के कार्य में कोताही बरती जाने लगी।
धारूहेड़ा विकास खंड के अनेक गांवों के सरपंचों ने कूड़ा उठान करने वाली एजेंसी के कार्य पर नाराजगी जताई। इसके वाद धारूहेड़ा के बीडीपीओ की ओर से जांच के बाद टेंडर को रद कर ग्राम पंचायतों को ही अपने स्तर पर सफाई और कूड़ा उठाने की व्यवस्था करने के आदेश दिए गए थे। हालांकि गांवों में कूड़ा उत्तान के लिए नई व्यवस्था की गई है। इसके बाद भी हालात ज्यों के त्यों ही हैं।
स्वच्छता को लेकर प्रशासन कर रहा काम
गांवों में सफाईकर्मियों की नियुक्ति की गई है। कचरा उठाने की व्यवस्था के लिए ग्राम पंचायतों को सख्त आदेश दिए गए हैं। सफाई व्यवस्था को लेकर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
- अभिषेक मीणा, उपायुक्त, रेवाड़ी