Road jam after Haryana heavy rain weather update
हरियाणा में मौसम में करवट ले ली है रविवार के देर शाम तेज आंधी के बाद बारिश हुई। बारिश से लोगों को गर्मी से तो राहत मिल गई लेकिन तेज आंधी में सड़कों पर पेड़ गिर गए। पेड़ गिरने से हांसी जींद मार्ग पर जाम लग गया और वाहनों की लंबी कतारें लग गई। वहीं हिसार-सिरसा में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने रहे सहे किसानों के सपने चकनाचूर कर दिए। मौसम विभाग का अनुमान है कि हरियाणा में तीन दिन मौसम खराब रह सकता है और उसके बाद तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है। जिससे आने वाले समय में ठंड बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।

रविवार की शाम को अचानक से आसमान में काले घने बादल छा गए और कुछ देर के बाद ही आसमान में बिजली चमकते हुए तेज आंधी आ गई। आंधी के बाद झमाझम बारिश भी हुई जिसे किसानों की परेशानी बढ़ गई है। किसानों के खेत में खड़ी धान की फसल पकने वाली है और ज्यादातर क्षेत्रों में बाजरे की कटाई जारी है।

तेज आंधी और बारिश की वजह से किसानों की फसल जमीन पर लेट गई और देर रात हुई ओलावृष्टि से धान, बाजार व अन्य फसलों में भारी नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है। बारिश से पहले आई थी जानवी की वजह से हरियाणा के कई हाईवे पर पेड़ गिर गए जिसकी वजह से वहां जाम में फंस गए और लोग देर रात तक अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाए।

हांसी जींद मार्ग पर भी गांव शेखपुरा और गगन खेड़ी के बीच कई सफेद गिर गए। जिससे हांसी चंडीगढ़ मार्ग पर जाम लग गया। सड़क पर पेड़ गिरने की सूचना मिलती ही आसपास के किसान ट्रैक्टर लेकर हाइवे पर पहुंचे और ट्रैक्टरों की मदद से सड़क पर गिरे पेड़ों को हटाया तब जाकर वाहन चालकों ने राहत की सांस ली। सिरसा में भी बारिश के साथ ओलावृष्टि होने की सूचनाएं मिल रही हैं।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ( HAU Hisar ) के मौसम विशेषज्ञ डॉ मदन लाल खीचड़ ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से तीन दिन पहाड़ों के साथ-साथ मैदानी इलाकों में भी बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी की हवाएं और राजस्थान में बन रहे चक्रवात की वजह से हरियाणा उत्तर प्रदेश दिल्ली एनसीआर और राजस्थान में हल्की से भारी बारिश हो सकती है।

उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों पर भारी बारिश की गतिविधियां भी देखने को मिलेंगी। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वह अपनी फसलों का उचित ध्यान रखें और जो किसान अपने खेतों में सरसों की बिजाई करना चाहते हैं वह मौसम को ध्यान में रखते हुए बिजाई का कार्य शुरू करें। उन्होंने कहा कि 7 अक्टूबर तक बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगे और उसके बाद तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है। जिससे ठंड का मौसम मैदानी इलाकों में दस्तक दे देगा। ( Haryana heavy rain weather update )