SDM Narnaund launched mega de-addiction campaign from Moth Karnail and Moth Ragdan villages
परिवार की उन्नति और राष्ट्र के विकास के लिए नशा मुक्त समाज जरूरी: एसडीएम
नारनौंद उपमंडल को नशा मुक्त बनाने के उद्देश्य को लेकर SDM Narnaund मोहित महराणा ने मोठ करनैल और मोठ रागड़ान गांव से मेगा जनजागरण अभियान की शुरुआत की। इस अभियान के तहत ग्रामीणों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया गया और नशा पीड़ितों से नशा त्यागने की अपील की गई। इस अवसर पर गांवों के सरपंच, समाज के गणमान्य लोग और संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
अभियान को शुरू करने से पहले एसडीएम मोहित महराणा उपमंडल के खेड़ी रोज, मिलकपुर, पेटवाड़, राजथल सहित लगभग एक दर्जन गांव का दौरा कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने इस अभियान को लेकर ग्रामीणों से विस्तृत चर्चा की थी।
गांव में की बैठक, नशा छोड़ने को प्रेरित किया
अभियान की शुरुआत के बाद एसडीएम ने ग्रामीणों के साथ एक बैठक की, जिसमें उन्होंने कहा कि नशा न केवल व्यक्ति को, बल्कि पूरे परिवार को आर्थिक, सामाजिक और मानसिक रूप से तबाह कर देता है। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे प्रशासन के साथ मिलकर नशा मुक्ति की दिशा में काम करें और नशा पीड़ित व्यक्तियों को पुनः सामान्य जीवन की ओर लौटने में मदद करें।एसडीएम की प्रेरणादायक अपील से प्रभावित होकर कई लोगों ने नशा छोड़ने की इच्छा प्रकट की। एसडीएम ने मौके पर मौजूद चिकित्सा टीम को निर्देश दिए कि ऐसे सभी लोगों का तत्काल इलाज शुरू किया जाए और उन्हें आवश्यक दवाएं और परामर्श उपलब्ध करवाया जाए।

अवैध नशा बिक्री पर सख्ती: विशेष रणनीति के तहत होगा कार्रवाई:एसडीएम महराणा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उपमंडल क्षेत्र में किसी भी हाल में अवैध नशीले पदार्थों की बिक्री नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने पुलिस और संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि वे विशेष रणनीति बनाकर ठोस कार्रवाई करें और नशा तस्करों पर सख्त कार्यवाही करें। पूरे क्षेत्र में दिन और रात की गश्त बढ़ाने के भी आदेश दिए गए हैं। उन्होंने नशा बेचने वालों को चेतावनी दी कि यदि उन्होंने तुरंत यह कार्य नहीं छोड़ा तो उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
नशा पीड़ितों के घर जाकर की सीधी बातचीत:अभियान की सबसे संवेदनशील पहल के तहत एसडीएम मोहित महराणा स्वयं नशा पीड़ित व्यक्तियों के घर पहुंचे और उनसे तथा उनके परिजनों से बातचीत की। उन्होंने लोगों को समझाया कि नशा विनाश का रास्ता है और इससे दूर रहकर ही जीवन को सार्थक बनाया जा सकता है। कई नशा पीड़ित व्यक्तियों ने एसडीएम को भरोसा दिलाया कि वे अब से जीवन में कभी नशा नहीं करेंगे और समाज की मुख्यधारा में लौटने का संकल्प लिया।