What are the causes of asthma, Asthma symptoms, treatment and prevention
गेंहू की कटाई के दौरान भी लोग हो रहें हैं अस्थमा जैसी घातक बीमार के शिकार
अस्थमा मुख्य रूप से वायु मार्ग में सूजन और संकुचन के कारण होता है जिसमें सांस लेने में कठिनाई होती है यह कई कारणों के ट्रिगर हो सकता है जिससे एलर्जी, संक्रमण, और वायु प्रदूषण शामिल है। सर्दी जुकाम फ्लू जैसे वायरल संक्रमण भी अस्थमा के लक्षणों को बढा सकते है।
निवारण मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के चिकित्सक डा अश्वेन्द्र सिंह चावड़ा, व माधव चिल्ड्रन हॉस्पिटल के डा. अजीत सिंह टेलटिया ने बताया कि अस्थमा हवा में मौजूद जल पैदा करने वाले तत्व एलर्जी से पैदा होती है अस्थमा अठारह वर्ष की आयु से अधिक आयु वर्ग के लोगों को हो सकता है। अस्थमा संक्रामक नहीं यह एक व्यक्ति से दूसरे से व्यक्ति में नहीं फैलता। यह फेफड़ों की पुरानी बीमारी है जिसमें सांस लेने में परेशानी घबराहट होती है और खांसी जैसे लक्षण होते है।
डा अश्वेन्द्र सिंह चावडा़ ने बताया कि युवाओं में धूम्रपान, वायु प्रदूषण गांव में खेतों में मिट्टी उड़ने, फसलों के काटने से होता है जिनके परिवार में अस्थमा की बीमारी पहले है उनकी अगली पीढ़ी में हो सकता है। बचाव के लिए धुए से बच्चे वायु प्रदूषण से बचा जाए बीड़ी सिगरेट का इस्तेमाल न करें समय पर योग व प्राणायाम करे। शरीर में खून की कमी, हृदय रोग, किडनी खराब होना, या शरीर में अतिरिक्त वजन के कारण भी सांस लेने में तकलीफ होती है। इसे इनहेलर व चिकित्सक की सलाह से ठीक किया जा सकता है जीवन शैली में बदलाव करना जरूरी है।
अस्थमा दो भागों में बांट जाता है इंटरमिटेंट अस्थमा इस प्रकार का अस्थमा रुक रुक कर आता है और लगातार अस्थमा इस तरह का अस्थमा ज्यादातर लक्षण दिखाई देते है। अस्थमा से छाती में जकड़न, सांस लेने में , परेशानी बलगम या सुखी खांसी आना, बार बार इन्फेक्शन होना हंसते समय खांसी के लक्षण माने जाते है। चिकित्सकों के अनुसार परहेज के तौर पर पैकेट बंद फूड अल्कोहल और आचार, मूंगफली ठंडी वस्तुओं में तली हुई चीजों से बचना चाहिए ज्यादा गंभीर समस्या दिखती है तो चिकित्सक से सलाह जरुर लेनी चाहिए।
कितना खतरनाक है अस्थमा , दुनिया भर में 262 मिलियन से अधिक लोग अस्थमा की बीमारी से प्रभावित है,
अस्थमा सांस संबंधी बीमारी है जो दुनिया भर में प्रभावित करती है दुनिया भर में 262 मिलियन से अधिक लोग अस्थमा की बीमारी से प्रभावित है।
भारत में अस्थमा के रोगियो की संख्या
भारत में 34 मिलियन से अधिक लोग अस्थमा के रोगी है और वैशिवक मौत में 42 प्रतिशत भारत के लोग अस्थमा के कारण अपनी जान गवा देते है। इस अवसर पर सुनील कुमार, नरेंद्र कुमार व अन्य साथी मौजूद रहे जिन्होंने अस्थमा के खिलाफ इस लड़ाई में हर कदम से कदम मिलाकर चलने का आश्वाशन दिया ।