Agreement was established between HAU Hisar students and the government
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार ( HAU Hisar) के छात्रों पर हुए लाठी चार्ज के मामले में धरना दे रहे छात्रों और सरकार के बीच अधिकतर मांगों पर सहमति बन गई है। छात्रों ने कहा कि उनकी अधिकतर मांगे पूरी हो गई है और वह अपना धरना उठाने का कभी भी ऐलान कर सकते हैं। लेकिन छात्र वीसी और चीफ सुरक्षा गार्ड को बदलने की मांग कर रहे थे लेकिन सरकार ने इसके भी बीच का रास्ता निकाल लिया है। अब देखना होगा कि छात्र अपना धरना प्रदर्शन समाप्त करते हैं या फिर 27 जून को यूनिवर्सिटी बंद करने के आह्वान को आगे बढ़ाते हैं।
HAU Hisar के छात्रों ने सरकार को दिया था 26 जून तक का अल्टिमेटम
24 जून को हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के गेट नंबर चार पर छात्रों के धरने पर किसान नेता राकेश टिकैट, कांग्रेस के कैथल से विधायक आदित्य सिंह सुरजेवाला, इनेलो विधायक अर्जुन चौटाला, जजपा नेता दिग्विजय चौटाला सहित अनेक संगठन के लोगों ने छात्रों को समर्थन देते हुए उनकी लड़ाई कंधे मिलाकर लड़ने का आहान किया था। छात्रों ने सरकार और यूनिवर्सिटी प्रशासन को चेतावनी दी थी कि अगर उनकी मांगों को 26 जून की शाम तक नहीं माना गया तो वो 27 जून को यूनिवर्सिटी को बंद कर देंगे। ( HAU student Protest News Update )
छात्रों ने आरोप लगाया था कि सरकार द्वारा बनाई गई कमेटी के सदस्य उन पर धरना समाप्त करने का दबाव बना रहे हैं। छात्रों ने कहा था कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी और वीसी का यहां से तबादला नहीं होगा तब तक वह अपना धरना समाप्त करने वाले नहीं है। ( Hisar student protest News )
छात्रों में ऐलान किया था कि अब उनकी तरफ से कमेटी में उनका समर्थन देने वाले संगठनों के लोग भी शामिल होंगे और उनके साथ उनके अभिभावक भी इस कमेटी में शामिल किए जाएंगे। ताकि उनके भविष्य के साथ कोई राजनीतिक षड्यंत्र के तहत खिलवाड़ ना हो सके। अगर उसे कमेटी में उनके अभिभावक शामिल होंगे तो वह अपने बच्चों का भविष्य को ध्यान में रखते हुए आगे का फैसला सही लेंगे। क्योंकि अक्सर देखने में आता है कि कमेटी में बाहर के लोग शामिल हो जाते हैं और वह अपनी राजनीतिक चमकाने के लिए पीड़ित लोगों के साथ खिलवाड़ कर देते हैं। ( Haryana student protest News )
किसान नेता राकेश टिकैट ने कहा था कि आंदोलन में सरकार बदल जाती है वीसी क्या चीज है
छात्रों की पंचायत को संबोधित करते हुए किसान नेता राकेश टिकैट ने कहा था कि यह सरकार तानाशाही से राज चलाना चाहती है लेकिन इसकी तानाशाही ना ही तो किसान आंदोलन में चली और ना ही छात्रों के आंदोलन में चलने दी जाएगी। आंदोलन में सरकार बदल जाती है तो यह वीसी क्या चीज है। किसान नेता ने कहा कि यह सरकार पूंजी पतियों के लिए काम करने में लगी हुई है जबकि यूनिवर्सिटी में गरीब किसान मजदूर के बच्चे पढ़ते हैं और उन्हें स्कॉलरशिप मिलने से उनकी आर्थिक सहायता हो जाती है जिससे उन्हें पढ़ने की दिलचस्पी रहती है। लेकिन यह सरकार छात्रों की स्कॉलरशिप को बंद करके गरीब किसान मजदूर के बच्चों को अनपढ़ रखना चाहती है। ( Latest Hisar protest News )
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने सरकारी विभागों में आरएसएस के आदमियों को ठूस दिया है। जो केवल सरकार को बचाने के प्रयास में लगे रहते हैं और सरकार उन्हें बचाने में पसीना बहा रही है। ( Student Protest News Update )
सरकार और छात्रों के बीच हुई वार्ता में निकला नतीजा
छात्रों की महापंचायत के बाद सरकार द्वारा शिक्षा मंत्री महिपाल ढ़ांडा के नेतृत्व में बनाई गई कमेटी के साथ छात्रों की मीटिंग हुई। इस मीटिंग में छात्रों और सरकार के बीच अधिकतर मांगों पर सहमति बन गई। सूत्रों से पता चला है कि छात्रों और सरकार के बीच हुई बातचीत में काफी हद तक सकारात्मक परिणाम निकले हैं। यूनिवर्सिटी के वॉइस चांसलर को यहां से हटाने की बजाय उन्हें 6 महीने की छुट्टी पर भेजा जाएगा। जबकि की सिक्योरिटी गार्ड को रिटायरमेंट होने तक यूनिवर्सिटी में प्रवेश करने पर पाबंदी लगाई जाएगी। ( Abtak Haryana News )
इन मांगों पर ऐसे बने सहमति
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों और सरकार के बीच कई दौर की वार्ता हुई। लेकिन छात्रों और सरकार के बीच कई मुद्दों पर शांति नहीं बन पा रही थी। बुधवार को हुई बैठक में सरकार और छात्रों के बीच फिर से वार्ता हुई और सकारात्मक परिणाम निकलते हुए अधिकतर मांगों पर सहमति बन गई। मांगों पर सहमति बनने के बाद छात्र धरना समाप्त करने पर हो रहे तैयार। छात्र बोले मांगों पर जिस तरह परिणाम सामने आने लगे वह अपना धरना उठा लेंगे।
- हड़ताल में शामिल किसी छात्र पर डिसीप्लिनरी एक्शन नहीं करने पर भी सहमति बनी है।
- जो छात्र परीक्षा नहीं दे पाए, उनको भी 20 से 30 दिनों में रीशेड्यूल कर लेने पर सहमति बनी।
- छात्रों ने मुख्य सुरक्षा अधिकारी को उसकी सेवानिवृत्ति तक HAU में नहीं आने की मांग रखी थी। जिसको सरकार ने मान लिया है।
- छात्रों की बनाई गई स्कॉलरशिप नीति जारी रहेगी
स्कॉलरशिप को बढ़ाने और एचडीबी की सीटों को लेकर पुरानी नीति बनाए रखने पर भी सरकार रजाबंद हो गई है। - सरकार और छात्रों के बीच सहमति बनी कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति को 6 महीने की छुट्टी पर भेजा जाएगा। इसके अलावा रिटायर्ड जज की कमेटी बनेगी जो इस पूरे मामले की जांच करेगी।