Group-D job Scam Hisar accused ravinder arrested
Hisar News Today : सरकारी नौकरी का झांसा देकर लोगों से मोटी रकम ऐंठने वाले गिरोह के खिलाफ हिसार पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। ग्रुप–D में नौकरी दिलाने के नाम पर 2 लाख 40 हजार रुपये की ठगी के मामले में पुलिस ने दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान सिरसा जिले के भावदीन निवासी रवींद्र के रूप में हुई है। आरोपी को अदालत में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है ताकि मामले की गहन जांच की जा सके।
शिकायत के बाद खुला फर्जीवाड़े का राज
थाना शहर पुलिस को 24 जुलाई 2024 को सेक्टर–14 हिसार निवासी बलजीत और पाबड़ा निवासी राहुल ने शिकायत सौंपी थी। शिकायत में उन्होंने बताया कि जोगिंदर और रवींद्र ने खुद को पुलिस विभाग में उपनिरीक्षक (SI) बताकर उन्हें Group-D में सरकारी नौकरी लगवाने का भरोसा दिलाया। सरकारी नौकरी की चाह में शिकायतकर्ताओं ने इन पर विश्वास कर लिया और धीरे-धीरे अलग-अलग तारीखों पर कुल ₹2,40,000 की राशि दोनों आरोपियों को दे दी।
कुछ समय बीत जाने के बाद जब नौकरी की कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो शिकायतकर्ताओं को Group-D job Scam का शक हुआ। उन्होंने जब आरोपियों से पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने बिना रकम वाले खाते का चेक थमा दिया। जब वह चेक बैंक में लगाया गया तो वह बाउंस हो गया। इसके बाद पीड़ितों ने थाना शहर हिसार में Group-D job Scam Hisar की औपचारिक शिकायत दर्ज करवाई।
पहले आरोपी से 80 हजार रुपये बरामद
Group-D job Scam Hisar की शिकायत दर्ज होते ही हिसार पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने पहले आरोपी जोगिंदर को गिरफ्तार कर लिया और उससे 80 हजार रुपये की राशि बरामद की। आरोपी से पूछताछ में उसके साथी रवींद्र का नाम भी सामने आया, जो कि इस ठगी में बराबर का सहभागी था। पुलिस टीम ने तकनीकी जांच और सूत्रों के आधार पर दूसरे आरोपी रवींद्र को भी पकड़ लिया।
दो दिन के रिमांड पर आरोपी रवींद्र
जांच अधिकारी उपनिरीक्षक मनमोहन सिंह ने बताया कि Group-D job Scam Hisar के आरोपी रवींद्र को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। रिमांड अवधि के दौरान आरोपी से ठगी में इस्तेमाल किए गए बैंक खाते, मोबाइल नंबर, नकदी लेन-देन और संभावित अन्य पीड़ितों की जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह ने अन्य लोगों को भी इसी तरह झांसे में लिया होगा।
सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी का बढ़ता ट्रेंड
हाल के वर्षों में हरियाणा सहित देशभर में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के मामलों में तेजी आई है। विशेषकर ग्रुप–D, पुलिस भर्ती, आर्मी भर्ती, शिक्षक भर्ती आदि में लोग आसानी से झांसे में आ जाते हैं। ठग अक्सर खुद को किसी विभाग का अधिकारी या बड़े राजनेता का जानकार बताकर लोगों से पैसे ऐंठते हैं और फिर गायब हो जाते हैं।
ऐसे मामलों में अधिकांश पीड़ित ग्रामीण या छोटे कस्बों के होते हैं, जिन्हें भर्ती प्रक्रिया की पूरी जानकारी नहीं होती। ठग इसी अज्ञानता और जल्दी नौकरी पाने की चाह का फायदा उठाते हैं।
पुलिस ने दी सावधानी बरतने की सलाह
हिसार पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी भर्ती या नौकरी के नाम पर किसी व्यक्ति को पैसे न दें। सरकारी भर्ती प्रक्रियाएं पूरी तरह पारदर्शी होती हैं और किसी भी व्यक्ति के जरिए नौकरी लगवाना संभव नहीं है। यदि कोई व्यक्ति ऐसे ऑफर देता है तो तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करें।
जांच अधिकारी मनमोहन सिंह ने कहा,
“इस तरह के ठग गिरोह समाज के भोले-भाले लोगों को निशाना बनाते हैं। सभी नागरिकों से निवेदन है कि भर्ती की जानकारी सिर्फ आधिकारिक वेबसाइटों और विभागीय विज्ञप्तियों से ही प्राप्त करें।”
कानूनी कार्रवाई और धाराएं
Group-D job Scam Hisar में पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया था, जिसमें IPC की ठगी, धोखाधड़ी और जालसाजी से संबंधित धाराएं शामिल हैं। आरोपियों को दोषी पाए जाने पर कई साल की सजा हो सकती है। पुलिस इस मामले में आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर रही है ताकि अदालत में पुख्ता सबूत पेश किए जा सकें।
Group-D job : युवाओं में सबसे ज्यादा आकर्षण
हरियाणा में ग्रुप–D की नौकरियां युवाओं में काफी लोकप्रिय हैं, क्योंकि इनमें 10वीं पास तक के अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं और चयन के बाद उन्हें स्थायी सरकारी नौकरी मिल जाती है। इन्हीं कारणों से इन भर्तियों में उम्मीदवारों की संख्या लाखों में पहुंच जाती है। इसी भीड़ में ठग सक्रिय हो जाते हैं और उम्मीदवारों को ‘बैकडोर एंट्री’ या ‘कनफर्म सीट’ का लालच देकर पैसे ठगते हैं।