jjp leader yogesh gautam vs Narnaund MLA jassi petwar
हरियाणा की राजनीति में दुष्यंत चौटाला के बयान के बाद विवाद मच गया है। नारनौंद से कांग्रेस विधायक जस्सी पेटवाड़ ( Narnaund MLA ) ने दुष्यंत चौटाला पर दलाली के आरोप लगाए। जजपा नेता योगेश गौतम ने निशाना साधते हुए विधायक जस्सी पेटवाड़ की पोल खोलने का काम किया है। इस बयानबाजी से पूरे हरियाणा की राजनीति में गर्माहट ला दी है। बयानबाज़ी के इस दौर से हरियाणा की राजनीति में विवाद बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है।

नारनौंद विधानसभा क्षेत्र से जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार रहे योगेश गौतम ने नारनौंद विधायक जस्सी पेटवाड़ पर निशाना साधते हुए कहा कि गरीब लोगों से चंदा वसूली कर विधायक बनने वाले के मुंह से पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाना शोभा नहीं देता। चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी जस्सी पेटवाड़ ने अपने आपको गरीब किसान का बेटा बता कर करोड़ों रुपए चंदा वसूल लिया।
चंदा खाकर राजनीति करने वाले लोग भी आरोप लगा रहे हैं”
योगेश गौतम ने कहा कि जस्सी पेटवाड़ जैसे नेता राजनीतिक चंदा इकट्ठा करके MLA बनते हैं, और अब वही लोग साफ-सुथरी राजनीति करने वालों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। अपने आप को गरीब किसान का बेटा बताने वाला कांग्रेस विधायक जस्सी पेटवाड़ आज जनता से वसूले गए चंदे के करोड़ों रुपए से 3.3 करोड रुपए की डिफेंडर गाड़ी में घूम रहा है।
यह साबित करता है कि कौन भ्रष्ट है। पिछले 1 साल से विधायक ने अपने हलके में विकास के नाम पर एक ईंट तक नहीं लगाई। विधायक बनने से पहले तो ऐसे एक्शन में दिखाई देते थे जैसे मानो वो विधायक बनने के बाद हल्के को विकास की बुलंदियों पर ले जाएंगे। लेकिन विधायक बनते ही उनकी सारी हवा हवाई बातें साबित हुई। पूरे हरियाणा प्रदेश में पिछले एक साल के कार्यकाल में देखा जाए तो नारनौंद विधायक जस्सी पेटवाड़ का रिपोर्ट कार्ड जीरो है।
खुद इनेलो की टिकट पर जिला पार्षद बनकर राजनीति की शुरुआत करने वाले इस इनेलो के लाखों रुपए पार्टी को खड़ा करने के नाम पर ऐंठ गया और तुरंत ही पैसे हजम करने के लिए पार्टी बदल ली। हलके की भोली भाली जनता से चुनाव के दौरान चंदा वसूली करने वाला विधायक आज हल्के की गलियों से गायब है। अब तो ये केवल फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आकर झूठी वह वही लूटने का काम कर रहा है।
जिनके घर शीशे के हों, उन्हें दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए”
गौतम ने पुरानी कहावत का हवाला देते हुए कहा कि राजनीति में आरोप लगाने से पहले अपने कामों और इतिहास को देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि जस्सी पेटवाड़ का राजनीतिक करियर खुद विवादों से भरा रहा है, ऐसे में दुष्यंत चौटाला जैसे युवा और विकास-मुखी नेता पर सवाल उठाना गलत है।
जजपा नेता ने कहा कि चुनाव में जिस तरीके से इसका ग्राफ बड़ा था इस स्पीड से चुनाव के बाद नारनौद विधायक जस्सी पेटवाड़ का पूरे हरियाणा में सबसे तेजी से गिरा है। अगर वह चुनाव के समय अपने कार्यकर्ता से कुमारी शैलजा पर जातिगत टिप्पणी न करवाते तो आज प्रदेश में भाजपा की नहीं बल्कि कांग्रेस की सरकार होती।
गौतम: “दुष्यंत चौटाला ने जो कहा वह पूर्णतः सत्य है”
योगेश गौतम ने प्रेस नोट में दावा किया कि अगर उकलाना और नारनौंद की सीटें कुमारी सैलजा के पक्ष में जातीं, तो आज हरियाणा में कांग्रेस की सरकार होती।
उन्होंने कहा:
- “दुष्यंत चौटाला ने जो तथ्य रखे, वे सौ प्रतिशत सही हैं।”
- “यह बात हरियाणा की जनता भी जानती है कि कांग्रेस अपने भीतर की गुटबाजी से ही नुकसान में रही।”
इस बयान से कांग्रेस की दावेदारी पर बड़ा सवाल उठ खड़ा हो गया है।
क्या यह बयान भविष्य की राजनीति को प्रभावित करेगा?
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि:
- गौतम का बयान जेजेपी की ओर से एक रणनीतिक जवाब है
- इससे जेजेपी और कांग्रेस के बीच दूरी और बढ़ेगी
- जस्सी पेटवाड़ को अब दबाव में आकर प्रतिक्रिया देनी पड़ सकती है
- इसका असर नारनौंद और आसपास की सीटों पर वोटिंग पैटर्न पर भी पड़ सकता है
इसके अलावा, दुष्यंत चौटाला द्वारा दिया गया बयान लगातार चर्चा में बना हुआ है, जिससे जेजेपी को राजनीतिक लाभ मिलने की संभावना जताई जा रही है।
गौरतलब है कि जजपा नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला द्वारा जुलाना रैली में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर कांग्रेस पार्टी ने नारनौंद और उकलाना विधानसभा सीटों से कुमारी शैलजा के समर्थित उम्मीदवारों को टिकट दे दी होती तो आज हरियाणा में कांग्रेस की सरकार होती। लेकिन कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भाजपा से सांठगांठ करके तीसरी बार प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने का काम किया है।
जस्सी पेटवाड़ के सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से राजनीति हवा में गर्मी
विधायक जस्सी पेटवाड़ ने अपने फेसबुक पेज पर लाइव आकर पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की नारनौद और उकलाना से कुमारी सैलजा समर्थित उम्मीदवारों को टिकट देने के जवाब पर टिप्पणी करते हुए कहा कि दुष्यंत चौटाला ने भाजपा से करोड़ों रुपए की दलाली लेकर इनेलो को तोड़ने का काम किया था। किसान आंदोलन के दौरान कुर्सी के चाहत ने 750 किसानों की बली ले ली थी। इस बयान के बाद हरियाणा की राजनीति में घमासान छिड़ा हुआ है। लेकिन योगेश गौतम के इन आरोपों और प्रश्नों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। उधर जेजेपी समर्थकों का कहना है कि वे हर गलत बयान का तथ्य के साथ जवाब देंगे।
हरियाणा की राजनीति में बढ़ी हलचल
यह बयानबाजी ऐसे समय में सामने आई है जब हरियाणा की राजनीतिक जमीन पहले ही गर्म है। आगामी चुनाव की तैयारियों के बीच:
- कांग्रेस अपने संगठन को मजबूत करने में लगी है
- जेजेपी नए जनाधार की तलाश कर रही है
- भाजपा लगातार अपने काडर को सक्रिय कर रही है
ऐसे माहौल में किसी भी बड़े नेता का बयान बड़ी राजनीतिक हलचल पैदा कर देता है।