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Jind News : प्रो. रामपाल सैनी बने चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद के कुलपति

Jind News : प्रो. रामपाल सैनी बने चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद के कुलपति
Prof. Rampal Saini became the Vice Chancellor of Chaudhary Ranbir Singh University, Jind

राजभवन द्वारा अधिसूचना जारी, विश्वविद्यालय में नव ऊर्जा का संचार

Jind News : डीएवी (पीजी) कॉलेज, करनाल के प्रिंसिपल राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर डॉ. प्रो. रामपाल सैनी को हरियाणा सरकार द्वारा चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद का कुलपति ( Vice Chancellor of Chaudhary Ranbir Singh University Jind ) नियुक्त किया व डी ए वी पी जी कॉलेज करनाल का अतिरिक्त कार्यभार भी उन्ही को दिया गया है | यह नियुक्ति हरियाणा के राज्यपाल एवं सीआरएसयू के कुलाधिपति महामहिम बंडारू दत्तात्रेय के आदेशानुसार राजभवन द्वारा अधिसूचित की गई है। प्रो. रामपाल सैनी के पास 29 वर्ष से अधिक का शिक्षण एवं प्रशासनिक अनुभव है| नवनियुक्त कुलपति प्रो. रामपाल सैनी ने इस दायित्व के लिए महामहिम राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी तथा शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वे विश्वविद्यालय की अकादमिक गुणवत्ता, अनुसंधान कार्यों और समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।

 

उल्लेखनीय है कि प्रोफेसर प्रो. रामपाल सैनी ने राजनीति विज्ञान में पीएचडी महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय. अजमेर से उपाधि प्राप्त की है। उन्होंने के.यू., कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से एमए, एम.फिल. (राजनीति विज्ञान) प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है।

प्रो. रामपाल सैनी के पास शिक्षण का 24 वर्षों का अनुभव है, विधि विभाग, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र में शिक्षण का कुछ वर्षों का अनुभव और डीएवी (पीजी) कॉलेज, करनाल के प्राचार्य के रूप में 9 वर्ष से अधिक का प्रशासनिक अनुभव प्राप्त हैं।

प्रो. रामपाल सैनी के 58 से अधिक शोध पत्र राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं व सम्मेलनों में प्रकाशित हो चुके हैं। उनके मार्गदर्शन में एक पीएच.डी. शोधार्थी को डिग्री प्रदान हो चुकी है यूजीसी और हरियाणा सरकार द्वारा प्रायोजित राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों/सेमिनारों, कार्यशालाओं और विचार-विमर्श में भाग लिया और 58 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए और विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में सत्रों की अध्यक्षता भी की। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा मान्यता प्राप्त रेफरीड राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में 39 शोध पत्र प्रकाशित किए| डॉ आर पी सैनी को डॉ ए पी जे एजुकेशन एंड एक्सलन्स अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है|

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