मुख्य बिंदु:
- हरियाणा मंत्री के काफिले को एस्कॉर्ट कर रही गाड़ी का एक्सीडेंट
- सब इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड
- गाड़ी की मरम्मत का खर्च पुलिसकर्मियों से वसूला जाएगा
- SP हांसी ने खुद की जांच
- मंत्री के PA ने झूठे बयान पर उठाए सवाल
Hansi News : मंत्री रणबीर गंगवा की एस्कॉर्ट गाड़ी एक्सीडेंट मामले में सब इंस्पेक्टर समेत 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड
Hansi News : दिल्ली हिसार हाइवे पर गांव गढ़ी के पास पुलिस पीसीआर गाड़ी एक्सीडेंट मामले को पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर गंगवा के काफिले को एस्कॉर्ट करने वाली पायलट PCR-2 गाड़ी के ( Ranbir Gangwa Escort Accident ) साथ जोड़ने पर मंत्री ने एतराज जताया तो हांसी पुलिस अधीक्षक अमित यशवर्धन ने पूरे मामले की गहनता से जांच की तो इस मामले में नया मोड़ आ गया। Hansi SP Amit Yashvardhan ने ड्यूटी में कोताही बरतने के मामले में कार्रवाई करते हुए दौषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है। उन्होंने पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। साथ ही हादसे में क्षतिग्रस्त हुई गाड़ी की पूरी मेंटेनेंस का खर्च आरोपित पलिसकर्मियों से वसूलने का आदेश दिया है।
क्या है मामला:
3-4 जुलाई की रात, मंत्री रणबीर गंगवा रेवाड़ी में आयोजित प्रजापति समाज की बैठक से लौट रहे थे। इस दौरान उनके काफिले को एस्कॉर्ट करने के लिए हांसी पुलिस की PCR-2 गाड़ी भेजी गई थी। इस गाड़ी में सब इंस्पेक्टर राजकुमार, कॉन्स्टेबल विजय और SPO धर्मपाल ड्यूटी पर तैनात थे।
रात 10 बजे के करीब मंत्री का काफिला दिल्ली हिसार नेशनल हाईवे NH 9 पर स्थित रामायण टोल प्लाजा पर छोड़ने के बाद इन पुलिसकर्मियों को हांसी शहर थाना क्षेत्र में ड्यूटी देनी थी। मगर, इसके बजाय वे निजी कार्य से भिवानी जिले के मुंढाल गांव चले गए।
हादसा गढ़ी गांव के पास हुआ:
रात करीब 2 बजे जब तीनों पुलिसकर्मी वापस लौट रहे थे। जब वो दिल्ली हिसार NH 9 पर गांव गढ़ी के पास पहुंचे तो उनकी PCR-2 गाड़ी एक ट्रक से टकरा गई, जिसमें गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और तीनों पुलिसकर्मी घायल हो गए। घायलों को नागरिक अस्पताल हांसी ले जाया गया, जहां से SI और कॉन्स्टेबल को हिसार रेफर किया गया। SPO को उसके परिजन निजी अस्पताल ले गए।
मंत्री के PA ने उठाए सवाल:
जैसे ही मीडिया में यह खबर आई कि यह हादसा मंत्री के काफिले को एस्कॉर्ट कर रही गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया है तो मंत्री रणबीर गंगवा के PA अरुण कुमार ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पायलट गाड़ी ने मंत्री को रात 9:55 बजे रामायण टोल प्लाजा पर छोड़ दिया था और मंत्री 10:20 बजे घर पहुंच गए थे। फिर पुलिसकर्मी एक्सीडेंट को काफिले से जोड़कर झूठ क्यों बोल रहे हैं?
SP ने की खुद जांच:
हांसी के SP अमित यशवर्धन ने इस पूरे मामले की स्वयं जांच की और पाया कि पुलिसकर्मी अपने कर्तव्य का पालन नहीं कर निजी काम में लगे रहे। उन्होंने कहा कि ड्यूटी छोड़कर निजी काम के लिए जाना और फिर तेज रफ्तार में PCR को ट्रक से टकरा देना गंभीर लापरवाही है। तीनों को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही, गाड़ी की मरम्मत का पूरा खर्च भी इनसे वसूला जाएगा।
पुलिसकर्मियों का पक्ष:
हादसे के बाद पुलिसकर्मियों ने कहा था कि वे मंत्री के काफिले को एस्कॉर्ट कर रामायण टोल प्लाजा पर छोड़ने के बाद हांसी लौट रहे थे। गढ़ी बस स्टैंड के पास ट्रक ने अचानक ब्रेक मार दी, जिससे गाड़ी अनियंत्रित होकर गई और हादसा हो गया। लेकिन SP की जांच में यह बयान झूठा और गुमराह करने वाला पाया गया।