Russia ukraine war hisar youth death
Hisar News Today : पिछले काफी समय से रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़ी हुई है। हिसार जिले के नारनौंद क्षेत्र के गांव मदन हेड़ी के युवक की रूसी सेवा की तरफ से यूक्रेन जंग में लड़ते हुए गोली लगने से मौत हो गई। जबकि उसका साथी पिछले कई दिनों से लापता है। रूसी अधिकारी की तरफ से परिवार को टेलीग्राम पर एक मैसेज प्राप्त हुआ जो विदेशी भाषा में था जिसमें लिखा है कि गोली लगने से भारतीय नागरिक की मौत हो गई है और उसके शव को लेने के लिए परिवार के लोगों को मांस को आना होगा। यह मैसेज मिलते ही परिवार में मातम पसर गया। परिजनों ने भारत सरकार और गृह मंत्रालय से गुहार लगाई है।

मृतक सोनू के परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक हिसार जिले के गांव मदन हेड़ी निवासी 22 वर्षीय सोनू मई 2024 में विदेशी भाषा का कोर्स करने के लिए रूस गया था। सोनू के साथ उसका दोस्त अमन भी उसके साथ गया था। पिछले दिनों सोनू ने अपने परिजनों से फोन पर बातचीत करते हुए कहा था कि उर्वशी सेवा की तरफ से उन पर लगातार दबाव बन जा रहा है कि वह रुसी सेना में भर्ती हो और वह भर्ती नहीं होना चाहता। जबकि रुसी सेना की तरफ से उसे पर दबाव बनाया जा रहा है। ताकि उसे सेवा में भर्ती करके रूस यूक्रेन युद्ध में भेजा जा सके। 3 सितंबर को सोनू ने फोन पर अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी थी लेकिन उसके बाद से सोनू से उसके परिजनों का कोई संपर्क नहीं हो पाया।
सोनू के परिजनों को अब रुसी सेना के अधिकारी का एक पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें पुष्टि की गई है कि सोनू की गोली लगने से मौत हो गई है और उसके शव को लेने के लिए उसके परिजनों को रूस की राजधानी मास्को आना होगा। जबकि सोनू के साथ रुस गए अमन का भी 22 सितंबर से कोई सुराग नहीं लग पा रहा है और ना ही उससे कोई संपर्क हुआ है। उसके परिजनों को भी डर है कि कहीं रुसी सेना ने उसे भी बलि का बकरा बनाकर रूस यूक्रेन युद्ध में ना उतार दिया हो और उसके साथ कोई अनहोनी भी ना हो गई हो।
मृतक सोनू के भाई अंकित ने बताया कि 19 सितंबर को उसके टेलीग्राम फोन पर मैसेज आया जिसमें रूस की भाषा में कुछ लिखा हुआ था। यह मैसेज रूस की सेना के अधिकारी के द्वारा भेजा गया था जब इसका अनुवाद करवाया गया तो बताया गया की 6 सितंबर से सोनू लापता था और उसकी डेड बॉडी मिल गई है। सोनू के शव को लेने के लिए परिजनों को मास्को आना होगा। अंकित और अनिल ने बताया कि सोनू 8 में 2024 को विदेशी भाषा सीखने के लिए रूस कोर्स करने के लिए गया था। अब उसका वीजा खत्म होने वाला था और वह अपने देश वापस आने की तैयारी में था कि और रुसी सेना ने जबरदस्ती उसे युद्ध में उतार दिया।
मृतक सोनू और अमन के परिजनों ने भारत सरकार और गृह मंत्रालय सहित भारत रूस दूतावास से अपील की है कि सोनू केशव को जल्द से जल्द भारत भेजा जाए और परिजनों को सौप जाए साथ ही उसके साथ गए अमन को भी सकुशल तलाश कर उसे वापस भारत भेजने की गुहार लगाई है। लेकिन भारत सरकार और भारत रूस दूतावास की तरफ से अभी तक इसके बारे में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। सोनू की मौत और अमन के लापता होने से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। उन युवाओं के परिजन भी काफी चिंतित दिखाई दे रहे हैं जिनके बच्चे रूस और यूक्रेन गए हुए हैं। सबके अभिभावक सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उनके बच्चों को जल्द से जल्द भारत लाया जाए ताकि उनकी परेशानी दूर हो सके।