Villagers kept wandering with problems in Vikas Bharat Sankalp Yatra, no solution was found
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!हरियाणा न्यूज नारनौंद : विकसित भारत संकल्प यात्रा शुक्रवार को नारनौंद हल्के के गांव राजपुरा पहुंची। इस कार्यक्रम में दर्जनों विभागों के कर्मचारियों ने अपने-अपने स्टाल तो सजाए हुए थे, लेकिन अधिकतर पर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान का कोई जवाब नहीं था। जब इस संबंध में कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य अतिथि भाजपा जिला महामंत्री धर्मबीर रतेरिया से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि अगर समस्या का नहीं होता तो ग्रामीण गांव के सरपंच सुनील व भाजपा के विधानसभा संयोजक जयवीर माजरा से मिलकर अपनी समस्याओं का समाधान करवा सकते हैं। तो ग्रामीणों ने कहा कि फिर इस तरह के कार्यक्रमों का गांव में लगाने का क्या औचित्य है ?
विकसित भारत संकल्प यात्रा शुक्रवार को राजपुरा पहुंची। इसका शुभारंभ भाजपा नेता धर्मबीर रतेरा ने किया। उन्होंने कहा कि जब से देश में प्रधानमंत्री मोदी की सरकार बनी है तब से भ्रष्टाचार का पूरी तरह से लगाम लगी हुई है। क्योंकि मोदी सरकार ने घोटाला बाजू और भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम किया है। आज अधिकतर अधिकारी ईमानदारी से कार्य करें सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों को जन-जन तक पहुंचने में लगे हुए हैं।
उन्होनें कहा कि प्रदेश की मनोहर सरकार की मेरिट के आधार पर युवाओं को नौकरी देने युवा पढ़ने लगे हैं। वह हर रोज लाइब्रेरियन और खेल के मैदान में कड़ा अभ्यास कर फिजिकल टेस्ट पढ़ने और रिटन टेस्ट के मेरिट लेने के लिए प्रयासरत है। प्रधानमंत्री मोदी की उज्ज्वला योजना से हर घर में सिलेंडर पहुंचे हैं जिससे धुंआ रहित रसोई का सपना साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य सरकार की जनन कल्याणकारी नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए शुरू किया गया है। ताकि ग्रामीण अंचल में रहने वाले लोगों को सरकारी योजनाओं के कार्य करवाने के लिए अधिकारियों और कार्यों के चक्कर न काटने पड़े और उनके सब कार्य उनके गांव में एक छत के नीचे हो सकें।
ग्रामीण कृष्णा पत्नी जगदीश पंडित, संतरा पत्नी सुरजा, जोगिंद्र पुत्र रंगी, सोनू कोहाड़ पुत्र रघुवीर, अनिल, अजीत, बारु पंडित, सोहनलाल, महाबीर इत्यादि ने बताया कि वह अपने गांव में पहुंची विकसित बात संकल्प यात्रा में बिजली के नाजायज बिलों, परिवार पहचान पत्र में त्रुटियों व अन्य समस्याएं लेकर पहुंचे थे। लेकिन ना ही तो उनकी बिजली के बिलों की समस्या का समाधान हुआ और ना ही परिवार पहचान पत्र में त्रुटियों का समाधान हुआ। जहां पर आधार कार्ड और परिवार में पेंशन पत्र में त्रुटियों को ठीक करने का कार्य करना था वहां पर बिजली की कोई व्यवस्था नहीं थी।
ग्रामीणों ने बताया कि सुबह जब यात्रा उनके गांव में पहुंची तो वह समस्याएं लेकर चौपाल में पहुंचे तो वहां पर आए कर्मचारियों ने कहा कि कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि के आने के बाद की जाएगी और उसके बाद ही उनकी समस्याओं को सुनकर उनका समाधान किया जाएगा। कुछ ही देर बाद मुख्य अतिथि कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए और कार्यक्रम की शुरुआत कर ग्रामीणों को शपथ दिलवाकर कार्यक्रम की शुरुआत कर दी।
मुख्य अतिथि सहित भाजपा नेताओं वह गांव के सरपंच ने हर स्थल पर जाकर वहां पर मौजूद संबंधित विभाग के अधिकारियों से उनके बारे में जानकारी हासिल की। लेकिन जैसे ही मुख्य अतिथि कार्यक्रम को संबोधन कर जाने लगे तो अधिकारी भी अपना बोरियत बांधकर चल दिए और कहने लगे कि अब उन्हें दूसरे गांव में जाकर स्टार लगानी है। ग्रामीण अपनी समस्याओं लेकर वहीं पर खड़े रहे और उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
इस अवसर पर तहसीलदार मोहम्मद खान, बीडीओ सुरेंद्र सिंह, जयबीर माजरा विधानसभा संयोजक, नारनौंद मंडल संयोजक कर्मपाल दुहन, सरपंच सुनील कोहाड़, धर्मबीर लोहान, जगदीश पूनियां, बलवान राजपुरा, पटवारी सोमराज सिवाच, महिला एवं बाल विकास विभाग से सुपरवाइजर सुनीता दुहन, बिजली निगम के जेई व अन्य कर्मचारी, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की टीम, बागवानी विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग सहित विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की टीम मौजूद थी।