Parliament security lapse case Update Today: Jind’s panchayats and farmer organizations came out in support of Neelam, three resolutions passed in the panchayat
| नीलम घसो खुर्द मामले को लेकर उचाना में आयोजित पंचायत में शामिल लोग। |
हरियाणा न्यूज जींद : संसद के शीतकॉलीन सत्र के दौरान सुरक्षा चूक मामले में पकड़ी गई जींद जिले के गांव घसो खुर्द निवासी नीलम के समर्थन में जींद जिले की पंचायतें व किसान संगठन उतर आए हैं। इस मामले को लेकर उचाना तहसील कार्यालय के सामने एक पंचायत का आयोजन किया। जिसमें सर्वसमिति से तीन प्रस्ताव पास कर नीलम की रिहाई की मांग करते हुए उस पर लगाई गई संंगीन धाराएं हटाने सहित तीन मांगे सरकार से की गई। Uchana Jind Panchyat News
| सोशल मीडिया पर नीलम का वायरल फोटो। |
पंचायत के संयोजक किसान नेता आजाद पालवां ने हरियाणा न्यूज को जानकारी देते हुए बताया कि घसो खुर्द गांव की बेटी नीलम किसान आंदोलन के समय से ही किसानों, बेरोजगारी, मजदूरों से अन्याय सहित अनेक सामाजिक मुद्दों पर आवाज उठाती रही है। सरकार युवाओं को रोजगार नहीं दे रही है और ना ही आज तक किसानों से किए गए एक भी वायदे को पूरा किया है। इसलिए नीलम ने युवाओं की आवाज बनकर उनको रोजगार देने व किसानों के हकों व मजदूरों की तानाशाही के तहत दबाई जा रही आवाज को बुलंद करते हुए संसद के शीतकॉलीन सत्र के दौरान नेताओं की युवाओं के प्रति नींद से जगाने के लिए नीलम ने ऐसा किया है। वो कोई आतंकी नहीं है, बल्कि अपने हकों के लिए सरकार को जगाने का काम करने वाली निडर बेटी है। Jind Ki Taaja Khabar
| संसद के शीतकालीन सत्र में प्रदर्शन करने वाली नीलम। |
पंचायत में तीन प्रस्ताव पारित
नीलम के समर्थन में उचाना में हुई पंचायत में तीन प्रस्ताव पास किए गए हैं। जिनमें नीलम के ऊपर लगाई गई संगीन धाराओं को हटाया जाए, उसको तुरंत रिहा किया जाए और युवाओं को रोजगार देने की मांग सरकार से की जाएगी। आजाद पालवां ने बताया कि अगर पंचायत की इन बातों को नहीं माना गया तो फिर पूरे प्रदेश की खाप पंचायतें व किसान संगठनों सहित अन्य संगठनों के साथ मिलकर कोई बड़ा फैसला लेने के लिए मजबूर होंगे। क्योंकि युवाओं की मंशा किसी को नुकसान पहुंचाने व गलत विचार लेकर नहीं थी। इसलिए उनके ऊपर संगीन धाराएं लगाने का कोई औचित्य नहीं बनता। Haryana News Jind
| सांसद सुरक्षा चौक मामले को लेकर चना पंचायत में अपनी बात रखते हुए जनप्रतिनिधि। |
किसान आंदोलन व पहलवानों के समर्थन में भी दे चुकी है गिरफ्तारी
घसो खुर्द गांव की बेटी नीलम किसान आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका में नजर आई थी और दिल्ली के जंतर मंतर पर चले पहलवानों के धरने में भी अपनी भागेदारी दर्ज करवाते हुए उसने गिरफ्तारी दी थी। नीलम के गिरफ्तार होने के बाद से उसका परिवार अब तक उससे नहीं मिला है। शुक्रवार को उसके परिजनों में से कुछ लोग दिल्ली जाकर उससे मिल सकते हैं। अब तक उन्हें ना ही तो ये पता है कि नीलम कहां पर है और ना ही उससे इस बारे में कोई बात होने से मना कर रहे हैं। परिजनों का कहना है कि गांव में पूर्ण रूप से शांति है और अब तक इस मसले को लेकर उनसे कोई पूछताछ नहीं की गई। Jind News Today in Hindi
आजाद पालवां ने कहा कि लोकतंत्र का गला घोंटने वाली सरकार को जगाने के लिए युवाओं ने काम किया है। आज ना ही तो युवाओं को रोजगार मिल रहा है और ना ही किसानों व मजदूरों को उनका हक मिल रहा है। सरकार युवाओं से रोजगार छिनने में लगी हुई है और सरकारी संस्थाओं का निजीकरण कर युवाओं के भविष्य को गरत में धकेलने में लगी हुई है। युवाओं व किसानों की आवाज को उठाना कोई गलत कार्य नहीं है। लोकतंत्र में अपने हकों की आवाज उठाने का सबको अधिकार है और नीलम ने तो अपने लिए नहीं बल्कि अपने जैसे करोड़ों युवाओं के हकों की आवाज उठाई है। आज ऐसे ही जागरूक युवाओं की जरूरत है। जो तानाशाह सरकार के आगे ना झुककर अपनी जायज मांगों को मानने पर विवश कर दे। Latest News Today in Haryana
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