ASI Sandeep Lathar suicide ips y puran postmortem
Haryana News Live Abtak : हरियाणा प्रदेश इन दोनों देश-विदेश की सुर्खियों में बना हुआ है। मंगलवार की दोपहर को रोहतक साइबर सेल में तैनात एएसआई संदीप लाठर में अपने मां के खेत में सर्विस रिवॉल्वर से गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। मरने से पहले संदीप राठौर ने चार पेज का सुसाइड नोट और एक वीडियो छोड़ी है। वही 9 दिन पहले हरियाणा के आईपीएस वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ में सुसाइड कर लिया था। 9 दिन बाद आईपीएस के शव का पोस्टमार्टम शुरू हो गया है और अस्पताल में उनके आईएएस अधिकारी पत्नी भी पहुंची हुई है।

रोहतक साइबर सेल के एएसआई संदीप लाठर द्वारा सुसाइड करने की सूचना मिलते ही उसके परिजन और पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस मुलाजिम की मौत की सूचना के बाद रोहतक एसपी प्रत्येक अग्रवाल भी घटना स्थल पर पहुंच गए और मृतक के परिजनों से बातचीत आरंभ कर दी। लेकिन जैसे ही मृतक के परिजनों को संदीप की वीडियो और सुसाइड नोट का पता चला तो उन्होंने आईपीएस वाई पूरन कुमार और उसके परिजनों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात करते हुए मामला दर्ज करने की अपील की। क्योंकि संदीप कुमार ने मृतक आईपीएस वाई पूरन कुमार और उनकी पत्नी सहित उनके रिश्तेदारों पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। पुलिस मृतक थानेदार के परिजनों को मनाने में लगी हुई है लेकिन परिजनों ने सब मना कर दिया कि जब तक ठोस कार्रवाई नहीं होगी तब तक वह संदीप के शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे।

बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का रोहतक दौरा है और ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री संदीप पाठक के मामा के घर पर पहुंच सकते हैं और पीड़ित परिवार से बातचीत कर मनाने का प्रयास करेंगे। अभी तक संदीप केशव को उसके मामा के घर पर ही रखा गया है और परिजन उसके शव को अस्पताल में ले जाने से मना कर रहे हैं साथ ही खेत से उसके शव को एंबुलेंस व अन्य गाड़ी की बजाय ट्रैक्टर ट्राली में ही घर तक लाया गया था। मृतक ASI Sandeep Lathar जींद जिले के जुलाना गांव का रहने वाला बताया जा रहा है और उसने कई पेचीदा मामले सुलझाने में महारथ हासिल थी। जिसकी वजह से वह तत्कालीन रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणियां के खास माने जा रहे हैं और उन्होंने इस बात का जिक्र अपनी वीडियो और सुसाइड नोट में भी किया है।

एएसआई संदीप लाठर के सुसाइड करने की सूचना से पुलिस महकमें के साथ-साथ हरियाणा की राजनीति में भी भूचाल आ गया की 10 दिन के भीतर ऐसा क्या मामला हुआ कि पुलिस के आईपीएस अधिकारी के साथ-साथ उनके नीचे काम करने वाले एक छोटे से अधिकारी ने अपने अधिकारी को भ्रष्ट तक करार दे देकर सुसाइड कर लिया।
आईपीएस वाई पूरन कुमार ने हरियाणा पुलिस प्रमुख शत्रुजीत कपूर, रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणियां सहित अन्य बड़े अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए सुसाइड कर लिया था। इस मामले में हरियाणा सरकार ने मृतक के परिजनों की मांग पर रोहतक के एसपी को तुरंत प्रभाव से हटा दिया था जबकि 8 दिन बाद हरियाणा के डीजीपी शत्रु जीत कपूर को भी लंबी छुट्टी पर भेज दिया। आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के सुसाइड के आठ दिन बाद रोहतक पुलिस में तैनात एएसआई संदीप लाठर ने लाढोत धामड़ रोड पर स्थित अपने मामा के खेत में जाकर अपने अधिकार वाई पूरन कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए सुसाइड कर लिया।

संदीप लाठर ने जिस समय खेत में सुसाइड किया उसे समय उसके मामा का नौकर जैलदार खेत में ही मौजूद था और वह गोली चलने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचा और इसकी सूचना परिजनों और पुलिस को दी।
भिवानी की लेडी टीचर मनीष की मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था और सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है इसी बीच 7 अक्टूबर को रोहतक आईजी आईपीएस वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ स्थित आवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने करने से पहले जो पेज का सुसाइड नोट छोड़ा था और पुलिस महकने के कई बड़े अधिकारियों सहित हरियाणा सरकार में बड़े पदों पर विराजमान अधिकारियों के नाम प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था।
8 दिन तक आईपीएस अधिकारी के शव का परिजन पोस्टमार्टम करवाने से मना करते रहे इसी बीच इस मामले में नया मोड़ उसे समय आ गया जब रोहतक साइबर सेल में तैनात और रोहतक आईजी आईपीएस वाई पूरन कुमार के साथ काम करने वाले पुलिस कर्मचारी सुशील कुमार को गिरफ्तार करने वाले ASI Sandeep Lathar ने गांव रोहतक जिले के गांव लाढोत के धामड़ रोड पर स्थित अपने मां के खेत में बने कोठड़े के ऊपर कमरे में सर्विस रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
ASI Sandeep Lathar ने suicide करने से पहले अपने फोन में एक वीडियो बनाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में अपनी आहुति डालने की बात कही थी। साथ ही चार पेज का सुसाइड नोट भी छोड़ा था। एएसआई संदीप लाठर ने मृतक आईपीएस वाई पूरन कुमार को भ्रष्ट अधिकारी बताया था और आरोप लगाया कि रोहतक सदर थाने के अंतर्गत आने वाले गांव में मर्डर के सिलसिले में राव इंद्रजीत सिंह का नाम आने पर आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने राव इंद्रजीत सिंह से 50 करोड रुपए में डील की थी ताकि उन्हें इस मर्डर केस से बचाया जा सके। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया था कि जब वह पूर्ण की रोहतक में पोस्टिंग हुई तो उन्होंने अपने भ्रष्ट साथियों को एडजस्ट करना शुरू कर दिया था और करप्शन को बढ़ाने के लिए पुलिस मुलाजिमों के साथ-साथ अन्य पीड़ित लोगों से भी मृतक आईपीएस के सहयोगी रहे सुशील कुमार पैसे की डिमांड कर रहा था।


