Weather changed in Jind, rain and hailstorm
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!हरियाणा के जींद जिले में रविवार की शाम को Western disturbance effect in Jind Haryana में मौसम ने अचानक करवट बदल ली। तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश और ओलावृष्टि ने लोगों को चिलचिलाती गर्मी से बड़ी राहत दी। वहीं ओलावृष्टि से खरीफ की फसलों में नुकसान होने का भी अनुमान लगाया जा रहा है। पिछले कई दिनों से तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चल रहा था, जिससे आमजन बेहाल था। लेकिन रविवार को हुए इस मौसम बदलाव ने लोगों को राहत गर्मी से राहत दी।

तेज हवाओं और बारिश ने गिराया तापमान
रविवार की शाम को करीब 6 बजे अचानक मौसम में बदलाव देखने को मिला। पहले तेज धूलभरी हवाएं चलीं, जिसके बाद आसमान में काले बादल छा गए। कुछ ही देर में तेज बारिश शुरू हो गई। करीब 30 मिनट तक तेज बारिश होती रही, जिसके साथ ही कई जगहों पर ओले भी गिरे। इससे तापमान में अचानक गिरावट आई और मौसम सुहावना हो गया।
ओलावृष्टि का असर – किसानों की चिंता बढ़ी
जहाँ एक ओर आम नागरिक इस बारिश से खुश नजर आए, वहीं कुछ किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें दिखीं। कई इलाकों में हुई ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी फसलें प्रभावित हो सकती हैं। विशेषकर सब्ज़ियाँ और तिलहन की फसल को नुकसान पहुँचने की संभावना है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ओलावृष्टि ज्यादा तीव्र रही, तो नुकसान का आकलन किया जाएगा।
मौसम विभाग का अनुमान – अगले कुछ दिनों में और राहत
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले 2-3 दिनों तक हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम में बदलाव जारी रहेगा। जींद समेत आसपास के जिलों में हल्की बारिश और तेज हवाओं की संभावना है। इससे अधिकतम तापमान में 4-6 डिग्री तक की गिरावट देखी जा सकती है।
लोगों में राहत और उमंग
जींद के नागरिकों में इस बदले मौसम को लेकर खासा उत्साह देखा गया। बच्चों ने बारिश का आनंद लिया, वहीं गर्मी से बेहाल बुजुर्गों और कामकाजी लोगों ने भी राहत की सांस ली। दुकानदारों का कहना है कि बारिश से बाजार में भी रौनक लौट आएगी। क्योंकि भीषण गर्मी के समय लोग दिन में काम ही खरीदारी के लिए निकलते हैं और सारा दिन बाजार सुनसान नजर आता है।
बिजली और यातायात पर हल्का असर
बारिश और ओलावृष्टि के कारण कुछ क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। साथ ही तेज हवाओं और पानी भराव से यातायात पर भी हल्का असर पड़ा। लेकिन स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को तुरंत संभाल लिया और किसी बड़े नुकसान की खबर अभी तक सामने नहीं आई है।