After DJ dispute vacated 12 Quarter Hisar police Chowki
Hisar police News : हिसार डीजे विवाद में किसी भी सामाजिक संगठन व स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस के समर्थन में बातें करते नजर नहीं आया। लेकिन पुलिस चौकी खाली करने की सूचना मिलते ही लोग सड़कों पर उतराएं उतर आए और विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़क पर जाम लगा दिया। दुकानदार होने दे 12 क्वार्टर मार्केट बंद कर दी। परंतु पुलिस चौकी खाली करने से पहले इन्हीं लोगों में से कुछ लोग बदमाशों के समर्थन में Hisar police के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए खड़े हुए थे।
डीजे विवाद के बाद पुलिस ने 12 क्वार्टर चौकी की खाली, लोगों का हंगामा
Hisar police पर एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने 12 क्वार्टर पुलिस चौकी को खाली कर दिया तो काफी संख्या में लोग पुलिस चौकी उठाने के विरोध में सड़कों पर उतर आए लेकिन उन में से एक भी व्यापारी या संगठन ने पुलिस का साथ नहीं दिया। जब पुलिस चौकी उठकर जाने लगी तो लोगों को अपनी सुरक्षा याद आई लेकिन तब तक शायद सबको पुलिसकर्मियों में ही दोष नजर आ रहा था।
हिसार के 12 क्वार्टर के लिए स्थित भारत नगर में हुए डीजे विवाद में सीसीटीवी फुटेज में हमलावर सरेआम पुलिस के ऊपर हमला करते हुए दिखाई दे रहे हैं। उसके बावजूद भी कुछ सामाजिक संगठन और राजनेता मृतक के परिजनों के समर्थन में उतर आए। लेकिन किसी ने भी सामाजिक संगठन और राजनीति में मामले की सच्चाई जानने की कोशिश नहीं की और ना ही उन्हें पुलिस की बातों पर यकीन किया। पुलिस चौकी हिंचार से लेकर हिसार के पुलिस अधीक्षक और हिसार रेंज के एडीजीपी के के राव भले ही पुलिस की हिमायत भर रहे हैं लेकिन हरियाणा सरकार ने मृतक के परिवार के दबाव और सरकार में मंत्री और विधायकों के दबाव में आकर पुलिस थाने में ही पुलिस कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए मजबूर कर दिया।

हिसार के एडीजीपी केके राव ने शायद पत्रकार वार्ता के दौरान सच ही कहा था कि हुड़दंग बाजी करो, अपराध करो, सरेआम हथियारों से लोगों की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला करो। परंतु जब मर जाए या कुछ हो जाए तो वो गरीब, दलित और पीड़ित बन जाते हैं। एडीजीपी केके राव ने साफ शब्दों में कहा कि अगर अपराध पर काबू पिस्ते समय पुलिस कर्मी शहीद हो जाए तो फक्र होता है। लेकिन अपराधी पुलिस पर हमला करें और सामाजिक संगठन के साथ-साथ अन्य लोग बदमाशों का साथ दें तो बहुत दुख होता है।
उन्होंने कहा कि उनका एक पुलिस जवान जांच के दौरान मर गया लेकिन उसके परिवार और बच्चों के लिए समर्थन में एक भी सामाजिक संगठन या राजनेता नहीं आया और ना ही किसी ने अपनी संवेदना प्रकट की। सामाजिक संगठन समाज की भलाई के कार्य करने के लिए होते हैं लेकिन सामाजिक संगठनों में कुछ ऐसे लोग घुसे हुए हैं जो अपने राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगे हुए हैं या अपराधियों का साथ देकर अपराधिक घटनाओं को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। लेकिन पुलिस अपने फर्ज से कभी पीछे नहीं हटेगी और जिन लोगों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं उन्हें हर हालत में सलाखों के पीछे भेज कर रहेगी।

Hisar police अधिकारियों द्वारा शहर की 12 क्वार्टर चौकी को खाली किए जाने की भनक लगते ही क्षेत्रवासियों ने जमकर बवाल काटा। क्षेत्रवासियों ने चौकी शिफ्ट करने का विरोध करते हुए धरना दिया और दुकानें बंद करके रोष जताया।क्षेत्रवासियों ने 12 क्वार्टर रोड़ जाम कर दिया। भारी विरोध की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने क्षेत्रवासियों को समझाने का प्रयास किया और कहा कि चौकी में जगह कम होने के कारण शिफ्ट किया जा रहा है। क्षेत्रवासी पुलिस अधिकारियों के इस तर्क को सुनने के बाद भी नहीं माने और नारेबाजी करते रहे। बाद में पुलिस अधिकारियों ने चौकी शिफ्ट नहीं करने का आश्वासन देकर लोगों को शांत करवाया।
दुकारदारों ने 12 क्वार्टर रोड बाजार बंद कर दिया। महिलाएं पुलिस चौकी के गेट पर बैठ गई और कहने लगी कि वे चौकी नहीं उठाने देंगी, गुंडे लोग उनका जीना मुहाल कर देंगे, दिनदहाड़े घटनाएं होंगी। ऐसा कहते हुए महिलाओं व क्षेत्रवासियों ने जमकर विरोध किया और कहा कि वे किसी कीमत पर चौकी को शिफ्ट नहीं करने देंगे।
गौतम सरदाना ने पुलिस अधिकारियों से भी बात की और चौकी को शिफ्ट न करने की मांग की। लोगों के विरोध को देखते हुए फिलहाल पुलिस अधिकारियों ने चौकी शिफ्ट करने का अपना निर्णय वापिस ले लिया। ऐसी चर्चा है कि 12 क्वार्टर चौकी को शिफ्ट करने के मामला को गत 7 जुलाई को डीजे विवाद के साथ जोड़कर देखा जा रहा है।
सुबह पुलिस निर्दोष, शाम को दोषी
गणेश मौत प्रकरण को लेकर शुक्रवार को दिनभर चर्चा चलती रही गुरुवार की सुबह हिसार मंडल के एडीजीपी केके राव प्रेस कॉन्फ्रेंड करते हुए पुलिस का बचाव करते है और स्पष्ट कहते है कि गणेश म मामले में पुलिस की कोई गलती नहीं है और भविष्य में भी अगर क गुस्ताखी करेगा पुलिस सख्ती से पेश आएगी। लेकिन शाम होते-ह गणेश मौत प्रकरण में नागरिक अस्पताल में लंबे समय से चल रहे धर के सामने सरकार झुकी जाती है और पुलिस पर केस दर्ज करने सम पांच मांगे मानकर मृतक गणेश के शव का अंतिम संस्कार करने लिए मना लेती है। हालांकि एफआईआर अभी अज्ञात पर की गई।
पुलिस अधीक्षक ने किया थाना क्षेत्राधिकार में परिवर्तन
जिला पुलिस में प्रशासनिक दक्षता, त्वरित पुलिस सहायता और बेहतर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाना क्षेत्राधिकार में आंशिक परिवर्तन किया गया है। पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन के बताया कि गांव सातरोड खुर्द, सेक्टर 27-28, तथा औद्योगिक क्षेत्र (इंडस्ट्रीयल एरिया) को अब थाना सदर से हटाकर थाना अर्बन एस्टेट में शामिल कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस परिवर्तन का उद्देश्य संबंधित क्षेत्रों में पुलिस उपस्थिति को मजबूत करना, अपराध नियंत्रण को प्रभावी बनाना तथा नागरिकों को शीघ्र और सुगम पुलिस सहायता उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि गांव सातरोड खुर्द, सेक्टर 27-28, तथा औद्योगिक क्षेत्र (इंडस्ट्रीयल एरिया) के नागरिक थाना अर्बन एस्टेट से सीधे संपर्क कर सकते हैं तथा किसी भी शिकायत या सहायता के लिए संबंधित थाने से लाभ प्राप्त कर सकेंगे। हिसार पुलिस सभी नागरिकों से सहयोग की अपेक्षा करती है और बेहतर सेवा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
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