Dharmendra Death 24 November 2025
जाने माने हिंदी फिल्मों के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र ( Dharmendra ) का 24 अक्टूबर को 89 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन से भारतीय सिनेमा सहित उनके लाखों चाहने वालों में शौक की लहर दौड़ गई। कुछ दिन पहले भी धर्मेंद्र की तबीयत खराब होने पर उन्हें हॉस्टल में दाखिल कर गया था जिसके बाद गोदी मीडिया ने उनके निधन की झूठी खबरें चला दी थी।
नहीं रहे फिल्म जगत के इंस्पेक्टर हथोड़ा

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मशहूर एक्टर धर्मेंद्र के निधन पर दुख जताया
“मशहूर एक्टर और पूर्व सांसद धर्मेंद्र का निधन भारतीय सिनेमा के लिए एक बहुत बड़ा नुकसान है। सबसे पॉपुलर एक्टर्स में से एक, उन्होंने अपने दशकों लंबे शानदार करियर में कई यादगार परफॉर्मेंस दीं। भारतीय सिनेमा की एक बड़ी हस्ती के तौर पर, वह अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जो कलाकारों की नई पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। उनके परिवार, दोस्तों और चाहने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।”
धर्मेंद्र की मौत की झूठी खबर खुद Dharmendra ने है अस्पताल में बेड पर लेटे-लेटे टीवी पर देखे तो उन्होंने गोदी मीडिया को खूब खरी खोटी सुनाई थी और साथ ही उनके बेटे अभिनेता सनी देओल ने भी लोगों को इस कायरता के लिए गुस्सा होकर अप शब्द बोल दिए थे। इसके बाद गुड्डी मीडिया ने अपनी इस खबर के प्रसारण को बंद किया और इंटरनेट मीडिया से भी इस खबर को हटा दिया था।
अस्पताल से घर जाने के बाद खुद धर्मेंद्र ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि जाट को मारा तब जानी है जब उसकी 13वीं हो जाए और यह लोग उसकी मौत की झूठी अफवाह फैला रहे हैं। धर्मेंद्र अपने फिल्मी डायलॉग में भी हमेशा बोलते रहे हैं कि उनका मौत से पुराना नाता है और वह मौत से हर समय लड़ने के लिए तैयार रहते हैं।
89 साल की उम्र होने के बावजूद भी फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र ने कभी अपने चेहरे पर उम्र को नहीं झलकने दिया। वह हमेशा हर बात को हंसी मजाक में लेते थे और साथ ही जाटों वाली अदा दिखाकर लोगों का खूब मनोरंजन करते थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र की मौत पर शक प्रकट करते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि भारतीय सिनेमा के एक युग का अंत हो गया है। फिल्म जगत में धर्मेंद्र की कमी हमेशा खलती रहेगी। धर्मेंद्र को चाहने वाले लोग भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट के साथ-साथ उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर पुणे श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
हाल की सेहत और निधन की वजह
- धर्मेंद्र लंबे समय से बीमार चल रहे थे, और उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
- रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें साँस लेने में दिक्कत थी और वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे।
- १२ नवंबर को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी, और इलाज घर पर जारी था।
- उनका अंतिम संस्कार मुंबई के विले पार्ले श्मशान घाट में किया गया।
भावनात्मक और सामाजिक असर
- धर्मेंद्र की मौत न सिर्फ बॉलीवुड में बल्कि उनकी पीढ़ी के फैंस के बीच भी गहरे धक्के के रूप में ली जा रही है।
- उनकी बड़ी परिवार — पत्नी हेमा मालिनी, बेटे सनी देओल, बॉबी देओल, बेटी ईशा देओल — और पूरे देओल परिवार की मौजूदगी में उनकी अंतिम यात्रा पूरी की गई।
- फिल्म जगत में उनकी यादें हमेशा जीवंत रहेंगी — उनकी फिल्मों की गूंज, उनकी अनोखी आवाज़ और अभिनय की ताकत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेंगे।
करियर और विरासत
- धर्मेंद्र ने १९६० में अपनी फ़िल्मी पारी शुरू की थी, उनकी पहली फिल्म “दिल भी तेरा हम भी तेरे” थी।
- उन्होंने अपने करियर में ३०० से अधिक फिल्मों में काम किया।
- उन्हें “ही-मैन” के नाम से जाना जाता था — जहां उन्होंने नायक, रोमांटिक हीरो और एक्शन स्टार, तीनों ही भूमिकाओं में अपनी छाप छोड़ी।
फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र ने अपने करियर में 300 से अधिक फिल्मों में काम किया है। नीचे उनकी सबसे प्रसिद्ध और प्रमुख फिल्मों की सूची।
धर्मेंद्र की प्रमुख और हिट फिल्मों की सूची
1960–1970 के दशक
- दिल भी तेरा हम भी तेरे (1960)
- बॉयफ्रेंड (1961)
- अनुपमा (1966)
- फुल और पत्थर (1966)
- मेरा गाँव मेरा देश (1971)
- सत्या कम (1969)
- आया सावन झूम के (1969)
- यादों की बारात (1973)
- चुपके चुपके (1975)
- शोले (1975) – वीरू के रूप में सुपरहिट
- धरम वीर (1977)
- चाचा भतीजा (1977)
- दौलत (1977)
1980 के दशक
- राजपूत (1982)
- बेताब (1983) – सनी देओल की लॉन्च फ़िल्म
- दोस्ती (1985)
- घर का चिराग (1989)
- सच्चा झूठा (1989)
- सुल्तानत (1986)
1990 के दशक
- फरार (1994)
- जालिम (1994)
- जीवन मौत (1990)
- घायल (1990) – स्पेशल उपस्थितियाँ
2000 के बाद
- अपने (2007) – देओल परिवार एक साथ
- जॉनी गद्दार (2007)
- यमला पगला दीवाना (2011)
- यमला पगला दीवाना 2 (2013)
- पोस्टर बॉयज (2017 – स्पेशल अपीयरेंस)
- अपने 2 (2024)
धर्मेंद्र की कुछ आइकॉनिक फिल्में
- शोले (1975)
- चुपके चुपके
- मेरा गाँव मेरा देश
- अनुपमा
- धरम वीर
- यादों की बारात
- फुल और पत्थर
धर्मेंद्र के पसंदीदा और उन पर फिल्माए गए सबसे लोकप्रिय गाने — जो आज भी लोगों की जुबान पर हैं और उनकी पहचान बन चुके हैं। ये गाने उनके करियर को सबसे चमकदार बनाते हैं।
🌟 धर्मेंद्र के पसंदीदा / उन पर फिल्माए गए सुपरहिट गाने
🎵 1. “ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे” — शोले (1975)
वीरू और जय की दोस्ती का प्रतीक। धर्मेंद्र की करिश्माई स्क्रीन प्रेज़ेंस इस गाने को अमर बनाती है।
🎵 2. “दिल लगाकर हम यह समझे” — बहारेँ फिर भी आएँगी
रोमांटिक अंदाज़ में धर्मेंद्र का बेहद पसंद किया गया गीत।
🎵 3. “झील में डूबा जाए रे” — जीने की राह
धर्मेंद्र–हेमा मालिनी की जोड़ी का सदाबहार रोमांटिक गीत।
🎵 4. “मैं जट यमला पगला दीवाना” — प्रतिज्ञा (1975)
उनके करियर का सिग्नेचर सॉन्ग — आज भी धर्मेंद्र का परिचय बन चुका है।
🎵 5. “कजरा मोहब्बत वाला” — काजल (1968)
धर्मेंद्र और बबीता पर फिल्माया गया क्लासिक गीत।
🎵 **6. “आसमान के नीचे” — जग हसर”
हेमा मालिनी के साथ रोमांटिक केमिस्ट्री वाला मास्टरपीस।
🎵 7. “ताना ना ताना ना” — आप की कसम
धर्मेंद्र की मज़ाकिया और मस्तीभरी अदाएं आज भी याद की जाती हैं।
🎵 8. “चलो दिलदार चलो” — पति पत्नी और वो
एक क्लासिक मेलोडी जो धर्मेंद्र की सादगी और आकर्षण को दर्शाती है।
🎵 9. “अभी ना जाओ छोड़ कर” — हम दोनों (स्पेशल अपीयरेंस की वजह से चर्चित)
हालाँकि गीत में सीधे नहीं थे, पर यह गाना धर्मेंद्र का व्यक्तिगत पसंदीदा बताया जाता है।
🎵 10. “ओ मेरे सोना रे सोना रे सोनस” — दाग
धर्मेंद्र की पसंदीदा रोमांटिक धुनों में से एक।
❤️ धर्मेंद्र की व्यक्तिगत पसंद बताई जाती हैं ये क्लासिक धुनें
- साहिर लुधियानवी के गीत
- मोहम्मद रफ़ी द्वारा गाए गाने
- हल्की रोमांटिक मेलोडी
- पंजाबी सूफी संगीत
धर्मेंद्र के सबसे प्रसिद्ध, आइकॉनिक और आज भी याद किए जाने वाले डायलॉग दिए जा रहे हैं। ये उनके करियर की पहचान बन चुके हैं और दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय रहे हैं।
🎬 धर्मेंद्र के मशहूर डायलॉग
🔥 1. शोले (1975)
“बसंती… इन कुत्तों के सामने मत नाचना।”
– वीरू का यह डायलॉग आज भी पॉप कल्चर का हिस्सा है।
💥 2. शोले (1975)
“अगर मैं डर गया तो समझो मर गया!”
धर्मेंद्र के एक्शन हीरो के सबसे दमदार डायलॉग में से एक।
😎 3. चुपके चुपके (1975)
“आपकी मुस्कान तो दिल चुरा लेती है… और मैं तो वैसे भी चोर हूँ।”
कॉमिक टच वाला रोमांटिक डायलॉग—धर्मेंद्र के हल्के-फुल्के अंदाज़ का बेहतरीन नमूना।
💘 4. अनुपमा (1966)
“मैंने तुम्हें चुना है… अब दुनिया कुछ भी कहे, फर्क नहीं पड़ता।”
धर्मेंद्र के रोमांटिक अंदाज़ का पॉपुलर डायलॉग।
💫 5. मेरा गाँव मेरा देश (1971)
“जिसे शराब की लत लग जाए… वो किसी का नहीं होता!”
एक्शन और इमोशनल दोनों रूप में गूंजता संवाद।
⚔️ 6. धरम वीर (1977)
“धरम हो या वीर… जुल्म के आगे सिर नहीं झुकता।”
उनकी डबल-रोल की ताकत दिखाने वाला दमदार डायलॉग।
😄 7. प्रतिज्ञा (1975)
“मैं जट हूँ… जाट से पंगा मत लेना!”
मजाकिया, देसी और दमदार—धर्मेंद्र की शैली का परफेक्ट मिश्रण।
🎭 8. ललकार (1972)
“देश पर मर मिटने वाले मरते नहीं… अमर हो जाते हैं।”
देशभक्ति का दमदार डायलॉग।
👊 9. शराफत (1970)
“अच्छाई को कमज़ोर मत समझना… वह बुराई को कुचलना भी जानती है।”
🕺 10. ड्रीम गर्ल (1977)
“ड्रीम गर्ल… काहे को नींद आए रे!”
उनकी चुलबुली–रोमांटिक छवि को दर्शाता हुआ लोकप्रिय संवाद।
⭐ Bonus: धर्मेंद्र के मजेदार डायलॉग (कॉमिक टच)
- “गुस्सा तो मुझे तब आता है… जब कोई मुझे गुस्सा दिलाता है!”
- “मैं दिल से काम करता हूँ… दिमाग तो बस लोग चलाते हैं।”
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