Fasal avshesh jalane par sakhti sdm narnaud
फसल अवशेष जलने की घटनाओं पर निगरानी रखने के लिए ग्राम स्तर पर कमेटियां गठित
Narnaund News : फसल अवशेष (पराली) जलाने की घटनाओं पर पूर्ण अंकुश लगाने के उद्देश्य को लेकर नारनौंद एसडीएम विकास यादव ने कड़े निर्देश दिए हैं। SDM Narnaund के इस रुख से अधिकारियों ने भी सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। ताकि पर्यावरण को प्रदूषित व जमीन को बंजर होने से बचाया जा सके। इसको लेकर एसडीएम नारनौंद की अध्यक्षता में स्थानीय मॉडल संस्कृति राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में एक मैराथन बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कृषि, पशुपालन, राजस्व, विकास एवं पंचायत तथा शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
फसल अवशेष जलाने की घटनाओं पर पूर्ण अंकुश लगाने के लिए एसडीएम विकास यादव ने ली संबंधित विभागों के अधिकारियोंथ की बैठक
बैठक में पराली जलाने से रोकने के लिए ठोस रणनीति तैयार की गई। SDM Narnaund विकास यादव ने कहा कि फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण, भूमि की उर्वरता और फसल उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसलिए हर संभव प्रयास किया जाएगा किसान फसल अवशेष न जलाएं । उन्होंने कहा कि हर गांव में निगरानी रखने के लिए ग्राम स्तरीय कमेटियां गठित की गई हैं, जिनमें कृषि, राजस्व, विकास एवं पंचायत, पशुपालन तथा शिक्षा विभाग के एक-एक कर्मी को शामिल किया गया है।
SDM Narnaund ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को पराली जलाने के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक करने के लिए गांव-गांव जाकर शिविर आयोजित करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कस्टम हायरिंग सेंटरों का प्रचार किया जाए ताकि किसान बहुत ही कम किराए पर आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग कर सकें और फसल अवशेषों का सही तरीके से प्रबंधन कर सकें।
SDM Narnaund ने अधिकारियों से कहा कि निगरानी टीमें सक्रिय रूप से कार्य करे और किसी भी घटना पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करे। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे पराली को जलाने के बजाय उसका प्राकृतिक अपघटन या मशीनों के माध्यम से प्रबंधन करें, जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ भूमि की उर्वरता भी बनी रहे।
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