Air Force Jawan Kamal Kamboj merged into Panchtatva, last rites performed with state honors in Lohari Ragho
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बुधवार को गांव मोठ के पास ड्यूटी पर जाते समय एयरफोर्स जवान कमल कंबोज की ट्रक डंपर की चपेट में आने से मौत हो गई थी। वीरवार दोपहर को एयरफोर्स जवान कमल कंबोज का राजकीय सम्मान के साथ गांव के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। उसके चचेरे भाई ने उसे मुखाग्नि दी। उसे श्रद्धांजलि देने के लिए हांसी के विधायक विनोद भयाना, नारनौंद थाना प्रभारी और तहसीलदार ओमवीर सहित भारी संख्या में लोगों ने उन्हें नमः आंखों से अंतिम विदाई देने गांव में पहुंचे।
गांव मोठ के पास ट्रक डंपर की चपेट में आने से एयरफोर्स जवान कमल कंबोज की मौत के बाद वीरवार को उसके शव का पोस्टमार्टम करवा कर एयर फोर्स की टुकड़ी उसके शव को लेकर गांव में पहुंची। जैसे ही कमल कंबोज का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचा तो भारत माता के जय करें और कमल कंबोज अमर रहे किनारे से लोहारी राघो गांव गूंज उठा। तिरंगे में लिफ्ट कमल कंबोज के शव को देखकर उसकी मां फूट फूट कर रोने लगी। कमल कंबोज की मसला बार-बार कह रही थी कि काश उसके बेटे की मौत सड़क हादसे में न होकर देश की रक्षा के लिए होती तो वह गर्व महसूस करती। लेकिन ड्यूटी पर जाते समय ट्रक चालक की लापरवाही से उसकी मौत हो गई और वह दुश्मन से दो दो हाथ करने से पहले ही मौत की नींद सो गया। एयरफोर्स जवान की मौत के बाद गांव के उसके पैतृक घर में अंतिम दर्शनों के लिए कुछ समय उसके परिचित शरीर को घर में रखा गया और उसके बाद उसकी अंतिम यात्रा निकाली गई। कमल कंबोज की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए लोहारी राघो निवासी एवं हांसी के विधायक विनोद भयाना सहित आसपास के एरिया के काफी लोग पहुंचे हुए थे। उन सब ने नाम आंखों से एयरपोर्ट जवान कमल कंबोज को अंतिम विदाई दी। एयर फोर्स के अधिकारियों ने कमल कंबोज के पार्थिव शरीर से तिरंगा उसके परिजनों को सौंपा। कमल कंपोज के प्रति शेयर को उसके चचेरे भाई ने मुखाग्नि दी।
विधायक विनोद भयाना ने बताया कि कमल कंबोज के पिता का बचपन में ही निधन हो गया था। उसकी मां शीला ने कड़ी मेहनत कर उसे पाल कोस पर इस मुकाम तक पहुंचा था। लेकिन अब उसका हमें इस तरह छोड़ कर जाना बहुत ही दुखदाई है। सरकार और प्रशासन की तरफ से जो भी परिवार के लिए सहयोग हो पाएगा वह करवाया जाएगा। पूरा गांव और पूरा क्षेत्र पीड़ित परिवार के साथ है। वह भगवान से प्रार्थना करते हैं कि कमल की आत्मा को शांति दे और अपने चरणों में जगह दे साथी परिवार को यह दुख सहन करने की हिम्मत भी दे।
भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच सेवा के तीनों टोकरियों के अलावा अन्य प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी रद्द करने के बाद छुट्टी पर घर आए एयरफोर्स जवान हिसार जिले के गांव लोहारी राघो निवासी कमल कंबोज को जब उसकी छुट्टी रद्द होने का संदेश मिला तो वह तुरंत ही घर से बाइक पर सवार होकर ड्यूटी के लिए जा रहा था। गांव के बस स्टैंड पर एक महिला द्वारा उसे लिफ्ट मांगी गई तो उसने उसे भी माजरा प्याऊ तक लिफ्ट दे दी। बाइक पर सवार होकर जब वह दोनों गांव मोठ के नजदीक पहुंचे तो एक ट्रक डंपर ने उन्हें कुचल दिया। इस एक्सीडेंट में एयरपोर्ट जवान कमल कंबोज की मौत हो गई जबकि महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। कमल कंबोज की मौत की सूचना मिलते ही पूरे गांव में मातम पसर गया।
कमल के पिता का काफी समय पहले निधन हो चुका है और कमल की परवरिश उसकी मां ने सरकारी स्कूल में मिड डे मील राशन बनाकर की थी लेकिन अपने बेटे के एयरफोर्स में नौकरी मिलने के बाद उसने यह नौकरी छोड़ दी थी। इन दोनों कमल काम बहुत छुट्टी लेकर घर आया हुआ था कि उसके रिश्ते की बातचीत भी चल रही थी इसी बीच कमल की छुट्टी रद्द होने पर वह है दोबारा से ड्यूटी पर जाने के लिए घर से निकला था कि हादसे का शिकार हो गया।
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