https://directads.adclickppc.com/dl/?5c635283-1c15-45a7-91a3-ebfbaf70a9f1

Ghaggar Water Level : घग्गर का जलस्तर बढ़ने से किसान और प्रशासन परेशान

By sunilkohar

Updated On:

Follow Us
---Advertisement---

 

Ghaggar water level se Kisan pareshan

पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश होने के साथ-साथ अनेक स्थानों पर बादल फटने के कारण एक बार फिर घग्गर नदी में बारिश के पानी लेवल (Ghaggar water level ) बढ़ने से पानी का प्रभाव तेज हो गया है। पिछले 72 घंटों में निरंतर पानी का बहाव बढ़ाने के कारण क्षेत्र के लोगों में फिर से बाढ़ के आने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।

हालांकि संभावित बाढ़ को देखते हुए Fatehabad DC ने सभी अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सतर्क रहने तथा घग्गर नदी में आने वाले बाढ़ ( Ghaggar water level ) के पानी की विशेष रिपोर्ट उनके कार्यालय में भेजने के आदेश दिए हैं।

सिंचाई विभाग ने भी Ghaggar water level के तट पर विशेष सुरक्षा के बोर्ड भी लगा दिए हैं और इस नदी में नहाने व इस में प्रवेश करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। एस.डी.एम. सुरेंद्र सिंह ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए पंचायत विभाग के अधिकारियों व ग्राम सचिवों को अपने-अपने गांव की विशेष रिपोर्ट बनाने तथा अपने अपने क्षेत्र में रहने की आदेश दिए हैं।

 

 

हालांकि डेढ़ महीना पहले घग्गर नदी में बारिश का पानी आना शुरू हो गया था और कई दिन तक यह पानी नियमित रूप से चला रहा था। उन्होंने बताया कि अगस्त माह में पहाड़ी क्षेत्रों में फिर से भारी बारिश होने के साथ-साथ अनेक स्थानों पर बादल फटने की सूचना होने के कारण घग्गर नदी में फिर से बाढ़ के पानी (Ghaggar water level ) के आने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। किसानों का कहना है कि अगर इस बार बाढ़ ने विकराल रूप धारण किया तो उनकी फैसले प्रभावित हो सकती हैं।


Discover more from Haryana News Abtak - हरियाणा न्यूज टूडे - Haryana latest News

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Free Haryana News Mobile APP

Download APP Link

Leave a Comment

//madurird.com/5/9669889 https://vaugroar.com/act/files/tag.min.js?z=9669896

Discover more from Haryana News Abtak - हरियाणा न्यूज टूडे - Haryana latest News

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading