Exposing the administration: How to ride lorry, all the roads of Jind are broken
Jind News : बारिश का मौसम शुरू हो चुका है इस कदर खस्ता नहीं की जगह-जगह सड़कों पर गहरे गड्ढे बने हुए हैं। जिनकी वजह से आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं। अगर तेज बारिश हुई तो गुड्डू में पानी भरने की वजह से सड़क हादसों की संख्या में बढ़ोतरी होने की आशंका अभी से डराने लगी है। ऐसे में देसी कहावत सटीक बैठती है कि कैसे करें लड़ी की सवारी टूटी पड़ गई सड़क सारी, कुछ ऐसा ही हाल इन दिनों जींद शहर का बना हुआ है। लेकिन प्रशासन कुंभकर्णी नींद सोए हुए हैं और पता नहीं कब उसकी नींद टूटेगी और तब तक कितनो की जान जोखिम में पढ़ चुकी होगी।
जींद शहर के सबसे व्यस्त मार्गों में शामिल सफीदों रोड की हालत बेहद दयनीय है। यह सड़क अव्यवस्था का शिकार है और इस पर चलने वाले यात्री प्रशासन की अनदेखी को भुगत रहे हैं। सड़क पर गड्ढों की भरमार है, ऐसे में सुरक्षित सवारी संभव नहीं है। हालांकि पिछले तीन साल से इस सड़क की हालत सुधारने के लिए सिर्फ दावे होते रहे हैं। सड़क की हालत नहीं सुधर पाई है। ( Jind News Today )
सफीदों गेट से नए बाईपास तक शहर के अंदर करीब तीन किलोमीटर की यह सड़क सबसे बदहाल है। सड़क पर स्कूल व अन्य संस्थान भी हैं, इसके बावजूद प्रशासन इसको लेकर गंभीरता नहीं देखा रहा है। वास्तव में यह सड़क बहुत पुराने समय से उपेक्षित है। अब इस मार्ग पर मेडिकल कालेज भी बन रहा है। ऐसे में इसको ठीक करने की जरूरत है। ( Latest Jind News in Hindi )
करीब पांच साल पहले प्रशासन ने शहर के अंदर के हिस्से को चौड़ा कर दोबारा बनाने की योजना बनाई थी, लेकिन यह अभी तक सिरे नहीं चढ़ पाई है। दरअसल जींद से सफीदों होते हुए पानीपत तक चार मार्गीय बनना है। इसके कारण शहर के अंदर की सड़क की भी सुध नहीं ली जा रही है। ( Abtak Jind News )
नए बाईपास से मिनी बाईपास तक स्थिति अधिक खतरनाकः यूं तो पूरा सफीदों रोड़ ही टूटा पड़ा है, लेकिन नए बस बाईपास से लेकर जेडी-7 मिनी बाईपास तक स्थिति सबसे अधिक खतरनाक है। नए बाईपास से परशुराम चौक तक करीब डेढ किलोमीटर की सड़क पांच टुकड़ों में बंटी हुई है। वहीं परशुराम चौक से मिनी बाईपास तक सड़क में गड्ढे होने के साथ-साथ एक और ऊंची व दूसरी ओर नीची भी है। साथ ही सड़क संकरी होने के बावजूद बीच में स्ट्रीट लाइट के पोल भी लगे हुए हैं। इससे वाहन क्रास नहीं हो सकता।
जींद के सफीदों रोड़ के रहने वाले जीत सिंह कुंडू ने बताया कि एकलव्य स्टेडियम से नए बाईपास की ओर चलते ही सड़क काफी खराब है। इस पर कई स्कूल भी हैं। बच्चे व महिलाएं दोपहिया वाहन लेकर आते हैं। गड्ढों के कारण वे गिरते रहते हैं। विशेषकर वर्षा के मौसम में बड़े वाहन तेज गति से आते हैं। सड़क पर गड्ढे होने के कारण दोपहिया वाहन चालकों को छींटे भी लगते हैं। इससे कई बार बच्चे गिरकर चोटिल हो चुकें हैं।
अशबीर सिंह उर्फ काला हैबतपुर ने बताया कि सफीदों रोड शहर की सबसे खराब सड़कों में से है। लंबे समय से यह समस्या बनी हुई है। इसके बावजूद प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। वर्षा के मौसम में जगह-जगह पानी भर जाता है। इससे स्थित काफी गंभीर हो जाती है। यहां आने जाने का भी रास्ता नहीं रहता। इससे कामधंधे भी प्रभावित होते हैं। लंबे समय से सिर्फ सड़क बनने की सुन रहे हैं। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सफीदों रोड को दोबारा बनाने की प्रक्रिया चल रही है। इसमें समय लगेगा। इससे पहले मुख्यमंत्री के आदेशानुसार गड्ढों को भरने की प्रक्रिया की जा रही है। इस पर काम शुरू किया गया है। इस महीने के अंत तक सड़क के सभी गड्ढे भर दिए जाएंगे।
आरके नैन्, एक्सईएन, लोक निर्माण विभाग।
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