Kisan protest Hisar, CM aur MLA Ko Chetavni
kisan Protest: किसान मजदूर के बच्चे आज भूख से बिलख रहे हैं और प्रदेश के मुख्यमंत्री कहीं पर हवन योग करते हैं तो कहीं पर लोगों का मजाक उड़ा रहे हैं। वहीं भाजपा के ही विधायक रामकुमार गौतम जात बिरादरी को गाली देकर समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं। अगर मुख्यमंत्री और भाजपा के विधायक ने अपनी कार्यशाली में सुधार नहीं किया तो उन्हें आने वाले समय में इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
उक्त बातें हिसार में किसान नेताओं ने कहे। उन्होंने कहा कि आज तक सरकार ने जल भराव से नष्ट हुई फसलों के मुआवजे देने और बाढ़ का पानी निकालने में अब तक असमर्थ रही है। उन्होंने फसल खरीद घोटाला, फसलों का समर्थन मूल्य न मिलाना सहित 22 मांगों को लेकर किसानों ने हिसार क्रांति मैन पार्क से प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और मुख्यमंत्री और राष्ट्रपति के नाम सीटीएम को ज्ञापन सौंपा।

क्रांतिमान पार्क से विरोध प्रदर्शन करते हुए किसान राजगढ़ रोड से होते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। किसानों के प्रदर्शन को संबोधित करते हुए किसान नेता सुरेश कोथ ने कहा मुख्यमंत्री प्रदेश का मुखिया होता है। लेकिन हमारे मुख्यमंत्री कभी किसी यात्रा में बिजी रहते हैं तो कभी हवन या करने में और मंच पर बिना किसी ठोस बात के ही अपनी हंसी उड़ा रहे हैं। जबकि आज प्रदेश का सबसे बड़ा तब का किसान और मजदूर बाढ़ के पानी से घर से बेघर हुआ पड़ा है।
उन्होंने कहा कि आज किसानों के पास खाने के लिए दाने नहीं है और किसान की लापरवाही की वजह से आज तक उनके खेतों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। जिसकी वजह से उनकी आने वाली फसल की बिजाई भी संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्टेज के माध्यम से कहा था कि दीपावली से पहले वह किसानों को उनकी फसल में हुए नुकसान का मुआवजा दे देंगे। लेकिन एक महीना बीत जाने के बावजूद भी आज तक किसानों को ना ही तो मुआवजा मिला है और ना ही उन्हें खाने के लिए कोई उचित व्यवस्था की गई है।

उन्होंने भाजपा विधायक रामकुमार गौतम पर बोलते हुए कहा कि सफीदों से विधायक सरेआम जाट कोम को गाली दे रहा है। उन्हें ऐसा करना है और कहना शोभा नहीं देता। अगर कोई उन्हें इतना ही प्यार है तो वह खुद उसके लिए करके दिखाएं। सुरेश कोथ ने विधायक रामकार गौतम के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग किया जिन्हें हम खबरों में प्रकाशित नहीं कर सकते। उन्होंने उन्हें चेतावनी दी कि अगर उन्होंने अपनी जुबान पर कंट्रोल नहीं किया तो इसके गंभीर परिणाम भुगतान में पड़ेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त आवाहन पर आज प्रदेश के किसान मजदूर अपनी समस्याओं को लेकर क्रांतिमान पार्क हिसार में एकत्रित हुए और प्रदर्शन करते हुए उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया । प्रदर्शन के बाद किसानों ने अपनी स्थानीय समस्याओं जिसमें बाढ़ और जलभराव का मुआवजा देने,धान खरीद में हुए महाघोटाले की जांच समेत 22 सूत्री मांगों का मांग पत्र मुख्यमंत्री और राष्ट्रपति के नाम सीटीएम हिसार को ज्ञापन सौंपा।
प्रेस बयान जारी करते हुए किसान मजदूर नेताओं ने कहा कि आज के ही दिन दिल्ली किसान आंदोलन शुरू हुआ था और मजदूर संगठनों ने भी राष्ट्रीय हड़ताल की थी । इसीलिए आज के ही दिन देश भर में संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने अपने स्थानीय मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किए है और हिसार में राज्य स्तरीय प्रदर्शन किया गया।

प्रदर्शन के माध्यम से स्थानीय मुद्दे जिसमें जलभराव और सेम प्रभावित इलाकों में पानी की निकासी के स्थाई प्रबंध करने,बर्बाद फसलों का मुआवजा जारी करने, बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए कदम उठाने ,बीमा कंपनियों की मनमानी पर रोक लगा बीमा क्लेम जारी करने, ट्रैक्टरों के नवीनीकरण पर बढ़ाएं गए 10 गुना शुल्क को वापस लेने, प्रदेश में धान खरीद में हुए महाघोटाले में शामिल उच्च अधिकारियों और प्रभावशाली व्यक्तियों का पर्दाफाश करके निष्पक्ष जांच करने की मांग प्रमुखता से उठाई गई।
इसके साथ राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों जिसमें कृषि बाजार नीति को रद्द करने,स्मार्ट मीटर और बिजली कानून 2025 को रद्द करने,चार लेबर कोड रद्द करने,मनरेगा के तहत 200 दिन काम और 600 रुपए दिहाड़ी देने,मनरेगा का काम शुरू करें,स्थाई काम स्थाई रोजगार,न्यूनतम वेतन में बढ़ोतरी आदि मुद्दों को मांग पत्र राष्ट्रपति नाम दिया गया।
मजदूर किसानों ने क्रांतिमान पार्क में एकत्रित होकर सभा का आयोजन किया जिसके बाद उपायुक्त कार्यालय तक प्रदर्शन किया गया । प्रदर्शन के बाद सभी मुद्दों का ज्ञापन सौंपा गया। किसान मजदूरों ने एक स्वर में मुद्दों का समाधान न होने की स्थिति में बड़े आंदोलन का आवाहन किया।
आज के प्रदर्शन को कंवरजीत सिंह ,करनैल सिंह, स्वर्ण सिंह वर्क, रणवीर मलिक, सुरेश कोथ, बलबीर सिंह, हंसराज राणा, चौ जोगेंद्र नैन, सुखविंदर रतिया, बलराज मलिक, रतन मान, आजाद पालवा, आजाद मीरान, हरजिंदर सिंह, नायब सिंह, कृष्ण नैन, कॉमरेड सुरेंद्र मलिक, मास्टर पवन , मेहर सिंह बांगड़, विनोद कुमार, मियां सिंह, ने संबोधित किया।
इस मौके पर बीकेयू एकता उग्रहा, क्रांतिकारी किसान यूनियन, किसान सभा अजय भवन, बीकेयू मांगे राम मलिक, भारतीय किसान मजदूर यूनियन, किसान सभा हरियाणा, ऐआईकेकेएमएस , बीकेयू चो घासी राम नैन, किसान महासभा, भारतीय किसान संघर्ष समिति, बीकेयू टिकैत, उचाना धरना, राष्ट्रीय किसान मंच, हरियाणा किसान मंच, जम्हूरी किसान सभा, इंटक,सीटू, सर्व कर्मचारी संघ, एआईयूटीयूसी, एटक, खेत मजदूर यूनियन समेत अन्य किसान मजदूर संगठन शामिल हुए।
जारीकर्ता
संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा और केंद्रीय ट्रेड यूनियन
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