Haryana student bus pass valid for private bus
पिछले कुछ दिनों से देखने में आ रहा है कि हरियाणा सरकार द्वारा जारी किए गए Haryana student bus pass प्राइवेट बसों में मान्य नहीं किए जा रहे। छात्रों को प्राइवेट बसों में सफर करते समय अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है। छात्रों की बार-बार शिकायतों के बाद हिसार आरटीओ ने भी लेटर जारी कर दिया है कि अब छात्रों के साथ-साथ निजी बस ऑपरेटरों को भी सरकार के नियम मानने होंगे। ग्रामीण क्षेत्र से शहरों में पढ़ने जाने वाले छात्रों को और अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि ग्रामीण रूटों पर प्राइवेट बसों की संख्या अधिक है और यहां पर रोडवेज की बसें कम ही आती हैं।
पिछले 15 दिनों से हरियाणा सरकार द्वारा जारी किए गए Haryana student bus pass के साथ-साथ बुजुर्गों के आधे किराए की छूट को निजी बसों में लागू नहीं किया जा रहा। इसको लेकर आए दिन छात्रों और प्राइवेट बस परिचालकों के बीच नौंक झौंक होती हुई दिखाई दे रही है। वहीं बुजुर्गों के आज देखकर आए को लेकर बस परिचालकों से बहस करते हुए दिखाई पड़ते हैं। लेकिन प्राइवेट बस स्टाफ का कहना है कि उनकी बसों में केवल दिव्यांग और कैंसर पीड़ित मरीजों के लिए ही छूट दी गई है। जबकि छात्रों के शिक्षण संस्थान द्वारा जारी किए गए बस पास और बुजुर्गों के आगे किराए की छूट को अब इन बसों में लागू करने पर सरकार ने मना कर दिया है। काफी छात्र इसकी शिकायत लेकर आरटीओ कार्यालय पहुंचे तो आरटीओ कार्यालय ने छात्रों की शिकायत पर संज्ञान लिया है।
छात्रों का कहना है कि अधिकतर स्टेट हाईवे और लोकल रुटों पर प्राइवेट बसों का ही संचालन किया जा रहा है। ऐसे में सरकार द्वारा जारी किए गए उनके रियायती बस पास और फ्री बस पास (Haryana student bus pass ) का कोई औचित्य ही नहीं बचा। क्योंकि उन्हें अधिक तार सफर प्राइवेट बसों में ही करना पड़ रहा है और प्राइवेट बसों में उनके बस पास मान्य नहीं किया जा रहे और उनसे किराया वसूला जा रहा है। ऐसे में उनकी पढ़ाई का खर्च उनके अभिभावकों पर और भी बढ़ गया है। काफी परिवार अपने बच्चों को स्कूल कॉलेज भेजने से आनाकानी कर रहे हैं क्योंकि वह उनका हर रोज का खर्च उठाने में असमर्थ हैं।
छात्रों ने तर्क दिया कि एक तो आज पढ़ाई का निजीकरण हो गया है और ऊपर से सरकार द्वारा उन्हें Haryana student bus pass की सुविधा देने के बावजूद भी उन्हें इस सुविधा से वंचित रखा जा रहा है। छात्रों की शिकायत पर हरियाणा परिवहन विभाग और आरटीओ विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। पहले सिरसा आरटीओ की तरफ से नोटिस जारी किया गया था और अब हिसार आरटीओ ने भी नोटिस जारी कर दिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल Hisar RTO नोटिस में साफ तौर पर कहा गया है कि हरियाणा रोडवेज और सरकार के द्वारा जारी किए गए छात्रों के फ्री बस पास और रियायती बस पास रोडवेज बसों के साथ-साथ सरकार द्वारा जारी किए गए प्राइवेट बस परमिटों पर भी लागू होते हैं। अगर किसी प्राइवेट बस संचालक या उसके स्टाफ ने इन बस पैसों को मान्य करने से आनाकानी की तो उसके खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी।

Hisar RTO के सोशल मीडिया पर वायरल लेकर में छात्रों को भी हिदायत दी गई है कि अगर कोई Haryana student bus pass मान्य करने से इनकार करता है तो वह आरटीओ विभाग द्वारा जारी किया गया यह नोटिस दिखा सकता है। उन्हें सरकारी या प्राइवेट बसों में सफर करते समय अपने शिक्षण संस्थान का पहचान पत्र और बस पास अपने साथ रखना अनिवार्य होगा। हिसार आरटीओ की तरफ से 25 अगस्त को यह लेटर जारी किया गया है। लेकिन चार दिन बीत जाने के बावजूद भी कई रूटों पर स्थित ज्यों की त्यों बनी हुई है। जब हमने हिसार आरटीओ कार्यालय में इस वायरल लेटर को लेकर संपर्क करने का प्रयास किया गया। लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। इसलिए इस लेटर के ओरिजिनल या फेक होने की हरियाणात न्यूज़ अब तक पुष्टि नहीं करता।
Discover more from Haryana Abtak News- Latest News Haryana Update Today
Subscribe to get the latest posts sent to your email.















