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फर्जी सरकारी दफ्तर के बाद Farji Bank का भंडाफोड, फर्जी बैंक में करोड़ों की धोखाधड़ी

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Karnal farji Bank fraud Case update

हरियाणा की सिरसा पुलिस द्वारा फर्जी सरकारी कार्यालय का भंडाफोड़ होने के बाद करनाल पुलिस ने Farji Bank का पर्दाफाश कर दिया है। इस फर्जी बैंक में लोगों के फर्जी खाता खोले गए और उन्हें पैसे डबल करने का लालच देकर उनकी जमा पूंजी को जमा करके हड़प लिया। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपित को पकड़ने में सफलता हासिल की है। ( Karnal Breaking News )

 

करनाल जिले के निसिंग थाना प्रभारी ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 4 जुलाई 2025 को थाना निसिंग में मुकदमा नंबर 254/2025 की धारा 406/420आईपीसी की धारा के तहत एक महिला व छह लोगों के खिलाफ Farji Bank karnal के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। ( Karnal fake Bank ghotala )

 

इस मामले में गहनता से जांच में पाया गया कि आरोपियों द्वारा एक प्राइवेट निधि लिमिटेड के नाम से Farji Bank बनाया हुआ था, जिसमें आरोपियों द्वारा आमजन को बहला फुसलाकर, 26 महीने में पैसे डबल करने का लालच देकर उनसे पैसे हड़पने के लिए बैंक में अकाउंट खुलवा जाता था। इस Farji Bank में झूठी एफडी करवा कर धोखाधड़ी कर पैसे हड़पे जाते थे। जिसमे टीम द्वारा पहले तीन आरोपीयान समीर, ताहिर, व सोनू को गिरफ्तार किया गया था, जिनसे गहनता से पूछताछ में आरोपी कमल शर्मा की संलिप्ता के बारे में बताया गया था।

 

पुलिस टीम द्वारा Farji Bank मामले में अंबाला सिटी से आरोपित कमल शर्मा पुत्र सतपाल निवासी गांव थोल, जिला कुरुक्षेत्र को काबू किया गया। पुलिस टीम द्वारा गहनता से जांच कर आरोपियों के पांच खाते फ्रिज कराए गए हैं, जिनमें करीब 20 लाख रुपए की धोखाधड़ी का पैसा डिपॉजिट है।
बुधवार को पुलिस टीम द्वारा आरोपित को न्यायालय के सम्मुख पेश किया गया व इस धोखाधड़ी के कारोबार में संलिप्त आरोपियो के अन्य साथियों का पता लगाने के लिए मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है।

 

हरियाणा में भाजपा सरकार की नाक के नीचे फर्जी सरकारी कार्यालय और फर्जी बैंकों के माध्यम से लोगों के साथ ठगी करने के आए दिन मामले सामने आ रहे हैं। सिरसा की सिविल लाइन थाना पुलिस द्वारा फर्जी सरकारी कार्यालय का का भंडाफोड़ किया गया था लेकिन इस मामले के असली दोषी राजपुरा राममेहर पंडित के बारे में अभी तक कोई अता-पता नहीं है।

 

राममेहर पंडित के ठगी के शिकार लोगों का कहना है कि राममेहर पंडित पेशेवर मुजरिम है और उसके भाजपा विधायक के साथ अच्छे संबंध हैं और उसी के बदौलत वह पिछले दो दशक से पुलिस की पकड़ से बचता आ रहा है। फर्जी कार्यालय के आरोपित के खिलाफ हरियाणा के विभिन्न पुलिस थानों में कई बार शिकायत के लिए लेकिन उन शिकायतों को ऊंची पहुंच होने के वजह से रद्दी में फेंक दिया गया है। ( Fake Government Office Haryana )

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