Narnaund Rajpura village bijali block out
Narnaund News : हिसार जिले के गांव राजपुरा में बिजली ट्रांसफार्मर की न्यूट्रल फेस में दिक्कत आने की वजह से उसे ट्रांसफार्मर से सप्लाई होने वाले घरों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। कई घरों में बिजली के उपकरण जल गए जिसके कारण ग्रामीणों में रस बना हुआ है। ग्रामीण बिजली निगम के जेई और दूसरे कर्मचारियों के पास फोन करते रहे परंतु देर रात तक कोई समाधान नहीं हुआ। ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले काफी दिनों से बिजली का न्यूट्रल फेस टूट कर में फेस से टकरा जाता है जिसकी वजह से टू फेस लाइट होने की वजह से सिंगल फेस के उपकरण जल रहे हैं।
Narnaund area गांव राजपुरा के ग्रामीण नरेश, संदीप, ज्ञानी, जगदीश, मंदीप, प्रदीप, मनजीत, उमेद सिंह, प्रवीण कुमार उर्फ जोधा, सुखबीर इत्यादि ने बताया कि उनके गांव में सिसाय बिजली घर से बिजली आपूर्ति की जाती है और गांव की फिरनी पर गोरा के मकान के पास बिजली का ट्रांसफार्मर लगा हुआ है और उनके घरों में बिजली सप्लाई इसी ट्रांसफार्मर से हो रही है। करीब चार पांच दफा बिजली का न्यूट्रल फेस टूट जाता है और वह टूटकर में लाइन के दूसरे फैसन से टकरा जाता है। जिसकी वजह से घरों में आने वाली सिंगल फेस लाइट टू फेस हो जाती है। जिसकी वजह से अचानक ज्यादा वोल्टेज व अचानक लाइट टू फेस होने से घरों में उसे होने वाले सिंगल फेस उपकरण जल रहे हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही। अधिकांश समय में यह दिक्कत रात के समय आती है और रात के समय गांव में कोई भी बिजली कर्मचारी मौजूद नहीं होता जिसकी वजह से उन्हें रात भर अंधेरे के साथ-साथ बारिश के मौसम में मच्छरों के बीच बितानी पड़ रही है।
ग्रामीणों ने कहा कि सोमवार की रात को करीब 8 बजे ट्रांसफार्मर का न्यूट्रल फेस टूट गया और में फेस से टकरा गया। जिसकी वजह से उनके घरों में लगे सबमर्सिबल की मोटर, कूलर पंखे सहित दूसरे उपकरण खराब हो गए। जब उन्होंने बिजली निगम के कर्मचारियों के पास फोन मिलाया तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। थकहार कर ग्रामीणों ने बिजली निगम के मुकेश कुमार से संपर्क किया लेकिन उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया और बाद में उन्होंने फोन भी रिसीव नहीं किया। ( Narnaund News Today )
ग्रामीणों में आरोप लगाते हुए कहा कि उनका गांव भरता है, लेकिन जब भी रात को बिजली सप्लाई में दिक्कत आती है तो कोई कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं मिलता। लेकिन जब बिजली चोरी पकड़ने के लिए छापेमारी करनी होती है तो सभी कर्मचारी रात को भी ड्यूटी पर तैनात मिलते हैं।
इस संबंध में सिसाय बिजली निगम के जेई मुकेश कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि बिजली कर्मचारियों की कमी की वजह से रात के समय किसी भी कर्मचारी की ड्यूटी नहीं लगाई गई है। अगर कहीं कोई फर्स्ट आता है तो इमरजेंसी में दिन में ड्यूटी देने वाले कर्मचारियों को भेज कर उसे ठीक करवाई जाती है लेकिन बारिश का मौसम होने की वजह दूसरी मैंने लाइन ब्रेकडाउन थी और कर्मचारी उसे ठीक करने के लिए गए हुए थे। रात करीब 11:30 फ्लाइट ठीक हुई और उसके बाद कर्मचारियों ने गांव राजपुरा में जाकर बिजली लाइन को ठीक करके बिजली सप्लाई को बहाल कर दिया था। बारिश के मौसम में बिजली के पास जाने से सभी को डर लगता है लेकिन ग्रामीण कई बार जिद पर अड़ जाते हैं। उन्हें अपनी जान की फिक्र है तो कर्मचारियों की भी जान होती है और अगर कोई हादसा हो जाए तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा ? काफी घरों में एसी लगे हुए हैं और कुछ लोग रात को कुंडी कनेक्शन लगाकर बिजली उपकरण चलते हैं। जिसकी वजह से कुंडली कनेक्शन लगाते समय स्पार्किंग होने से ट्रांसफार्मर का न्यूट्रल फेस का तार टूट जाता है और बिजली आपूर्ति हो जाती है। ( Narnaund latest news )