Preparations for COVID-19 started in Agroha Medical
अग्रोहा मेडिकल में कोविड-19 को लेकर मॉक ड्रिल का सफल आयोजन
महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज, अग्रोहा (Agroha Medical college) में अपनी कोविड-19 सम्बंधित आपातकालीन तैयारियों का जायजा लेने और उन्हें सुदृढ़ करने के उद्देश्य से एक व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इस अभ्यास का मुख्य आकर्षण यह रहा कि ड्रिल के दौरान एक डमी कोविड मरीज़ को एम्बुलेंस से उतारने से लेकर आपातकालीन वार्ड में सभी आवश्यक चिकित्सा प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए मात्र साढ़े तीन मिनट के रिकॉर्ड समय में सफलतापूर्वक स्टेबल किया गया।
इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य अस्पताल के विभिन्न विभागों के बीच समन्वय, आपातकालीन प्रतिक्रिया समय, संक्रमण नियंत्रण प्रोटोकॉल का पालन और गंभीर मरीज़ों के प्रबंधन में दक्षता का मूल्यांकन करना था। ड्रिल के दौरान, एक डमी मरीज़ को कोविड-19 के लक्षणों के साथ अस्पताल की कोविड इकाई में लाया गया।
मॉक ड्रिल की मुख्य विशेषताएं:
* त्वरित प्रतिक्रिया: एम्बुलेंस के अस्पताल परिसर में प्रवेश करते ही डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल टीम ने त्वरित कार्रवाई की।
* संक्रमण नियंत्रण: मरीज़ को उतारने से लेकर आइसोलेशन वार्ड तक पहुंचाने तक संक्रमण नियंत्रण के सभी निर्धारित प्रोटोकॉल, जैसे पीपीई किट का सही उपयोग, सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन किया गया।
* कुशल प्रबंधन: आपातकालीन वार्ड में पहुंचते ही डॉक्टरों की टीम ने तुरंत मरीज़ की स्थिति का आकलन किया और आवश्यक जीवन रक्षक उपकरण व दवाइयां उपलब्ध कराईं। यह पूरी प्रक्रिया अत्यंत कुशलतापूर्वक केवल साढ़े तीन मिनट में संपन्न हुई, जिसमें मरीज़ को सफलतापूर्वक स्टेबल किया गया।
* अंतर-विभागीय समन्वय: आपातकालीन विभाग, आईसीयू, आइसोलेशन वार्ड, ऑक्सीजन सप्लाई यूनिट और फार्मेसी के बीच उत्कृष्ट समन्वय देखने को मिला।
* संसाधनों की उपलब्धता: ड्रिल के माध्यम से ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर, आवश्यक दवाइयों और अन्य महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता और उनकी कार्यप्रणाली की भी जांच की गई।
इस अवसर पर बोलते हुए, महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजीव चौहान ने कहा कि यह मॉक ड्रिल हमारी कोविड-19 और किसी भी अन्य संक्रामक बीमारी से निपटने की तैयारियों को परखने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। साढ़े तीन मिनट में मरीज़ को स्टेबल करने का सफल प्रदर्शन हमारी टीम की दक्षता, समर्पण और उत्कृष्ट समन्वय को दर्शाता है। हम भविष्य में भी ऐसी किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि इस ड्रिल से मिले अनुभव और अवलोकनों के आधार पर मौजूदा प्रोटोकॉल को और भी बेहतर बनाया जाएगा ताकि किसी भी वास्तविक आपात स्थिति में मरीज़ों को सर्वोत्तम और त्वरित चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा सके। महाविद्यालय प्रबंधन ने मॉक ड्रिल में शामिल सभी डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल कर्मियों और सहयोगी स्टाफ के प्रयासों की सराहना की।