Raksha Bandhan 2025 Shubh Muhurat
रक्षाबंधन 2025 पर्व 9 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा। इस लेख के द्वारा बहन भाई के इस पावन पर्व पर भाईयों की कलाई पर राखी बांधने के शुभ मुहूर्त के बारे में आचार्य राम अवतार शास्त्री से खास बातचीत में जानेंगे पूरी पूजा विधि के बारे में। इस Raksha Bandhan 2025 पर्व पर खास बात यह है कि इस दिन भद्रा काल नहीं रहेगा। ऐसा संयोग करीब 100 साल बाद बना है जब Raksha Bandhan 2025 पर पूरे दिन भद्रा का प्रभाव नहीं रहेगा। इस कारण बहनें दिन भर भाई की कलाई पर राखी बांध सकेंगी।
Raksha Bandhan पर्व 297 साल बाद बन रहा दुर्लभ योग, शनिवार को मनाया जाएगा भाई-बहन के स्नेह का पर्व

यही नहीं इस दिन एक और दुर्लभ संयोग 297 वर्षों बाद बन रहा है, जिससे यह पर्व और भी शुभ और आध्यात्मिक रूप से फलदायक माना जा रहा है। आचार्य राम अवतार शास्त्री के अनुसार Raksha Bandhan 2025 पर्व श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है। जब पूर्णिमा तीन मुहूर्त या उससे अधिक व्यापिनी हो और भद्रा नहीं हो तब यह पर्व अपराह्न या प्रदोष काल में मनाना श्रेष्ठ माना जाता है। इस बार पर्व पर भद्रा भूलोक में नहीं रहेगी।
Rakhi Bandhne ka Samay 2025
यही कारण है कि बिना किसी भद्रा की चिंता किए दिन भर राखी बांध सकती हैं। इस बार Raksha Bandhan 2025 पर जो ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति बन रही है, वह 1728 के बाद दोबारा बन रही है। 9 अगस्त को सूर्य कर्क राशि में, चंद्रमा मकर में, मंगल कन्या में, बुध कर्क में, गुरु और शुक्र मिथुन में, राहु कुंभ और केतु सिंह राशि में रहेंगे। चंद्रमा मकर राशि में होने से वह शनि के स्वामित्व में रहेगा जबकि नक्षत्र श्रवण का स्वामी भगवान विष्णु हैं। इसी प्रकार सौभाग्य योग के अधिपति ब्रह्मा माने जाते हैं। अतः इस बार का रक्षाबंधन पर्व ब्रह्मा और विष्णु की साक्षी में मनाया जाएगा जिससे इसका आध्यात्मिक महत्व और अधिक बढ़ गया है।
8 अगस्त को भद्रा, 9 अगस्त को रहेगा सर्वार्थ सिद्धि योग
आचार्य राम अवतार शास्त्री ने बताया कि Raksha Bandhan 2025 से एक दिन पूर्व 8 अगस्त को दोपहर 2:13 बजे भद्रा शुरू होगी जो रात 1:49 बजे तक रहेगी। वहीं 8 अगस्त को सुबह 5:59 से दोपहर 2:12 बजे तक सूण (रक्षा) मांडने का शुभ मुहूर्त रहेगा। 9 अगस्त को भद्रा नहीं रहेगी ऐसे में इस दिन राखी बांधने के लिए पूरे दिन का समय शुभ रहेगा। साथ ही दोपहर 2:24 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा, जो हर प्रकार के कार्यों के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
बहनें जलाशयों पर श्रावणी कर्म भी
आचार्य राम अवतार शास्त्री ने बताया कि रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2025 ) के दिन जलाशयों पर विप्रजनों द्वारा श्रावणी कर्म का आयोजन भी किया जाएगा। यह दिन सिर्फ भाई बहन के प्रेम का नहीं बल्कि वैदिक संस्कृति के कई महत्वपूर्ण कर्मों के लिए भी अत्यंत शुभ है।
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