As soon as the assembly elections 2024 were announced, five wickets of JJP fell, four MLAs including two former ministers left the party
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!हरियाणा न्यूज चंडीगढ़ : हरियाणा में विधानसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है और चुनाव में नेता अपने फायदे के लिए एक दल को छोड़कर दूसरे दल में शामिल हो होने की कोई नई बात नहीं है। लेकिन जननायक जनता पार्टी के लिए दो पूर्व मंत्रियों सहित चार विधायकों का पार्टी छोड़ने से जजपा अब बैकफुट पर नजर आ रही है। वैसे तो भाजपा जजपा गठबंधन की सरकार टूटने के बाद से ही जेजेपी हरियाणा में हिचकोले खा रही है। जिसकी वजह से जननायक जनता पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 में कोई जादुई करिश्मा नहीं दिखा पाई। लेकिन विधानसभा चुनाव का ऐलान होने के मात्र 48 घंटे बाद पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली, श्रम एवं रोजगार मंत्री अनूप धानक, बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग, शाहबाद से विधायक रामकरण काला और गुहला चीका से विधायक ईश्वर सिंह शामिल है।
जैसे ही शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 का ऐलान हुआ तो जननायक जनता पार्टी को छोड़ने वालों की होड़ ही मच गई। पार्टी को छोड़ने वाले कोई आम कार्यकर्ता नहीं बल्कि भाजपा जजपा गठबंधन सरकार में मंत्री रहे टोहाना से विधायक देवेंद्र सिंह बबली, राज्य मंत्री रहे अनूप धानक, शाहाबाद से विधायक रामकरण काला और गुहला चीका से विधायक ईश्वर सिंह, बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग शामिल है। जैसे जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आई जाएगी वैसे-वैसे जननायक जनता पार्टी को छोड़ने वाले कार्यकर्ताओं और नेताओं की लिस्ट लंबी होती जाएगी। क्योंकि बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग और नारनौंद से विधायक रामकुमार गौतम के सुर भी बागी दिखाई दे रहे हैं।

नारनौंद से विधायक रामकुमार गौतम भाजपा जजपा गठबंधन सरकार में मंत्री पद न मिलने से शुरू से ही जजपा पार्टी और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला पर निशान साधते रहे हैं और हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने इशारों इशारों में भाजपा का समर्थन किया था। किसान आंदोलन की आड़ लेकर बागी हुए बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग इस चुनावी दंगल में अपना पाला बदल सकते हैं।
पूर्व मंत्रियों और विधायकों के त्याग पत्र देने के बाद जजपा पार्टी के प्रदेश कार्यालय सचिव रणधीर सिंह का एक बयान भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने कहा है कि यह सभी चुनाव के समय अलग-अलग पार्टियों से आए थे और विधायक चुने गए थे लेकिन पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण इन्हें नोटिस भी दिया गया था। शाहाबाद से विधायक जो रामकरण काला का जवाब आया था और उन्होंने कहा था कि वह किसी पार्टी में शामिल नहीं हो रहे बल्कि निजी कारणों से पार्टी की गतिविधियों से दूर हो रहे हैं। जेजेपी पार्टी की तरफ से नरवाना से विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा और बरवाला से विधायक जोगीराम को भी अन्य पार्टी की गतिविधियों में शामिल होने का नोटिस दिया था।
गौरतलब है कि 2019 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा बहुमत के आंकड़े को नहीं छुपाई थी और उसने जननायक जनता पार्टी से गठबंधन कर लिया था जिसमें जननायक जनता पार्टी के कोटे से उचाना से विधायक बने दुष्यंत चौटाला को हरियाणा सरकार में डिप्टी सीएम, टोहाना से विधायक देवेंद्र बबली को पंचायत मंत्री और उकलाना से विधायक अनूप धानक को श्रम एवं रोजगार मंत्री बनाया गया था। लेकिन मंत्री पद न मिलने से शुरू में ही बागी तेवर अपना आए हुए नारनौंद विधानसभा से जजपा विधायक रामकुमार गौतम ने ना ही तो अब तक पार्टी को अलविदा कहा है और ना ही पार्टी की किसी गतिविधि में शामिल हुए हैं।
जजपा का राजनीतिक सफर
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले इनेलो से अलग होकर दिग्विजय चौटाला के नाम पर बनाई गई जननायक जनता पार्टी का गठन सन 2018 में किया गया था और इसकी पहली रैली जींद में आयोजित की गई थी। लोकसभा चुनाव में पार्टी कोई करिश्मा नहीं कर पाई लेकिन 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में जननायक जनता पार्टी में हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से 10 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी और हरियाणा की मनोहर लाल सरकार की दूसरी पारी में शामिल हो गई थी।