Balwinder Hatyakand Kaithal Sunil Dilbag Umrkayd
प्रेम विवाह के चलते हुए सनसनीखेज Balwinder Hatyakand में कैथल की अतिरिक्त सत्र न्यायालय ने अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डॉ. नंदिता कौशिक की अदालत ने मृतक की पत्नी के भाइयों सुनील और दिलबाग को हत्या का दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही दोनों दोषियों पर 2.5-2.5 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है।
कैथल बलविंद्र हत्याकांड में दोषी सुनील व दिलबाग को उम्रकैद सहित 2.50 लाख जुर्माना
इस मामले में अभियोजन पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे जिला अटॉनी सुखदीप सिंह ने बताया कि अदालत ने Balwinder Hatyakand के दोनों दोषियों पर अढ़ाई अढ़ाई लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है, जिसे मृतक के माता-पिता और उनके नाबालिग बेटे को मुआवजे के तौर पर दिया जाएगा।
जिला अटॉर्नी सुखदीप सिंह ने बताया कि यह घटना 18 अक्तूबर, 2017 की है। गांव कोयल जिला जींद निवासी बलविंद्र ने लगभग 3 साल पहले धर्मपाल की बेटी पूजा से प्रेम विवाह किया था। इस शादी को पूजा के परिवार ने कभी स्वीकार नहीं किया, जिसके कारण दोनों परिवारों के बीच तनाव बना हुआ था। बलविंद्र और पूजा का एक अढ़ाई साल का बेटा प्रीत भी है।
अदालत का कड़ा रुख और न्याय
जिला अटॉर्नी सुखदीप सिंह ने बताया कि अदालत में प्रस्तुत किए गए सबूतों व गवाहों के बयानों के आधार पर माननीय अतिरिक्त सत्रन्यायाधीश डॉ. नंदिता कौशिक ने Balwinder Hatyakand में सुनील पुत्र धर्मपाल और दिलबाग पुत्र धर्मपाल को दोषी पाया। अदालत ने दोनों दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है तथा शस्त्र अधिनियम के तहत 7 साल कठोर कारावास व 50-50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया। सभी सजाए साथ-साथ चलेंगी।
घटना के दिन 18 अक्तूबर, 2017 की सुबह करीब 10 बजे बलविंद अपनी पत्नी पूजा और बेटे प्रीत के साथ कैथल में पूजा की मां, मौसी नीलम, छोटे भाई सुनील और बड़े भाई दिलबाग से मिलने गया था। बलविंद्र के भाई सलिंद्र को आशंका थी कि पूजा का परिवार उसके भाई को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए वह अपने चाचा किताब के साथ उनके पीछे-पीछे कैथल के जवाहर पार्क पहुंचा गए और छिपकर निगरानी करने लगे।
दोपहर करीब 3 बजे जवाहर पार्क में बलविंद्र और पूजा के भाइयो सुनील व दिलबाग के बीच तीखी नोक-झोंक शुरू हो गई। सलिंद्र ने पुलिस को दिए बयान में बताया था कि इससे पहले कि वह और उसके चाचा बीच-बचाव कर पाते, सुनील और दिलबाग ने अपनी पिस्तौल से बलविंद्र पर गोलिया चला दीं और मौके से फरार हो गए। घायल बलविंद्र को तुरंत निजी अस्पताला ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ( Balwinder Hatyakand )