Haryana Cold Havoc, Frost Accumulated Second Day, People’s Troubles Increased – Haryana News Hindi Today Live
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!पानी के नल से निकल रही बर्फ, ठंड से लोगों के साथ साथ बेजुबानों का बुरा हाल
Delhi NCR Haryana weather update : हरियाणा में पिछले एक सप्ताह तक लोग पंख चलकर सो रहे थे लेकिन पिछले तीन-चार दिनों से चल रही शीतलहर से ठंड ने दस्तक दे दी है। जिसका असर पूरे हरियाणा में देखने को मिल रहा है। इस बार दिसंबर के दूसरे सप्ताह में दो दिन से पाला जमा रहा है। नारनौल का न्यूनतम तापमान करीब 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिसंबर के दूसरे सप्ताह में बहुत कम ही पाला जमने की संभावना रहती है। लेकिन इस बार करीब पांच साल का रिकार्ड तोड़ दिया है और ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। इसका असर अब क्षेत्र में साफ दिखाई दे रहा है।
दस दिन पहले पंखे चलाकर सोने वाले शीतलहर से घरों में दुबके
शीतलहर से रात के तापमान सिंगल्स डिजिट में पहुंच गया है। हालांकि अभी भी दिन में तेज धूप से आमजन को राहत मिलती हुई दिखाई पड़ रही है। अब लोग सुबह- सुबह अलाव का सहारा लेकर ठंड से बचाव कर रहे हैं। बता दें कि नवंबर महीने के अंत तक ठंड का असर ना के बराबर था और लोग पंखे चलाकर सोते थे, लेकिन दिसंबर के पहले सप्ताह से ही लगातार तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है।
पशुपालकों को नुक्सान, फसलों में फायदा
सुबह शाम होने वाली ठंड गेहूं और सरसों की फसल के लिए तो लाभकारी है और इससे फसल में अच्छी ग्रोथ भी देखने को मिलेगी। लेकिन इंसान और बेजुबान पशुओं के लिए यह ठंड बहुत ही घातक साबित हो रही है। मनुष्य ठंड की चपेट में आकर बीमार हो रहे हैं तो वहीं पशु भी बीमारी के साथ-साथ दुधारू पशु दूध कम देने लगे हैं। पशु विशेषज्ञों का कहना है कि पशुओं को ठंड से बचाने के लिए धूप निकलने के बाद बाहर निकले और दिन छपने से पहले उन्हें अंदर बांध दें ताकि पशुओं को भी ठंड से बचा जा सके और उनके दूध के उत्पादन में कमी ना आए।
क्या कहते हैं मौसम विशेषज्ञ
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्र मोहन ने बताया कि वर्तमान परिदृश्य में हिमालय की हिमाच्छादित शिखरों से सीधी बर्फीली हवाओं ने संपूर्ण मैदानी क्षेत्र विशेषकर दिल्ली एनसीआर हरियाणा को अपनी चपेट में ले लिया है। अब तापमान जमाव बिंदु के पास पहुंच गया है। हरियाणा के पश्चिमी जिलों में खेत खलिहानों और पार्कों और खुले स्थानों पर पाला जमने की स्थिति देखने को मिल रही है। सूखी कड़ाके की हाड़ कंपाने वाली ठंड से आमजन को रूबरू होना पड़ रहा है।