Karnal Breaking News: Rahul Gandhi reaches Navy Lieutenant Vinay Narwal house
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!नेवी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के घर करनाल पहुंचे राहुल गांधी
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी मंगलवार को पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए नेवी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के घर पहुंचे और परिजनों से बातचीत की। राहुल गांधी के पहुंचने से पहले ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित लोगों की भारी भीड़ विनय नरवाल के करनाल स्थित सेक्टर 7 आवास पर जमा हो गई थी। राहुल गांधी ने उनके घर पर पहुंचने से ही उनके फोटो पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उसके बाद परिवार से मुलाकात कर रहे हैं। हरियाणा सरकार ने मृतक विनय नरवाल के परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और एक सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।

आपको बता दें कि शॉप 16 अप्रैल को शादी के बाद नेवी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल अपनी पत्नी हिमांशी के साथ हनीमून पर विदेश जाना चाहते थे लेकिन नेवी से एनओसी न मिलने के कारण वह जम्मू कश्मीर के पहलगाम घूमने चले गए थे। जब वो 22 अप्रैल को कश्मीर की बालियों में घूम रहे थे तो इसी दौरान आतंकवादियों ने फायरिंग कर दी और गोली मारकर विनय नरवाल की हत्या कर दी। विनय नरवाल की मौत के साथ साथ आतंकवादियों ने 26 टूरिस्ट की हत्या कर दी थी जिसके बाद पूरा देश गुस्से में है।

युवाओं में गुस्सा इस कदर भरा हुआ है कि वह पाकिस्तान से बदला लेने के लिए सोशल मीडिया पर तरह-तरह की पोस्ट डाल रहे हैं। लेकिन भारत की तरफ से केवल पाकिस्तान का पानी बंद करने का ही एलान युवाओं के गले का फांस बना हुआ है। नेवी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के घर शोक प्रकट करने के लिए लोकसभा में विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस वरिष्ठ नेता राहुल गांधी मंगलवार को विनय नरवाल के घर पहुंचे। उनके साथ हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान, रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा सहित भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद हैं।

विनय नरवाल मूल रूप से करनाल जिले के भूसली गांव के रहने वाले हैं लेकिन पिछले 15 सालों से उनका परिवार करनाल के सेक्टर 7 में रह रहा है। विनय नरवाल की केरल में ड्यूटी थी और वह 28 मार्च को ही शादी के लिए छुट्टी लेकर करनाल अपने घर आए थे। विनय नरवाल का 3 साल पहले नेवी लेफ्टिनेंट के पद पर सलेक्शन हुआ था। विनय की पत्नी हिमांशी को पता नहीं था कि उनकी शादी की खुशियां केवल चंद पलों की है और वह शादी के साथ दिनों के बाद ही अपने जीवन के हमसफर विनय नवल को खो देगी।
शादी के बाद विनय नरवाल और उसकी पत्नी हिमांशी काफी खुश थे लेकिन उन्हें यह मालूम नहीं था कि जम्मू कश्मीर का दौरा कर वह वक्त सकुशल अकेले ही घर लौटेगी। विनय नरवाल का 1 मई को जन्मदिन था लेकिन उससे पहले ही आतंकवादियों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई। हिमांशी बार-बार सरकार से मांग कर रही है कि बेकसूर 26 लोगों के हत्यारे को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। लेकिन 10 दिन भी जाने के बावजूद भी अब तक भारत सरकार की तरफ से पाकिस्तान के खिलाफ कोई बड़ा ठोस एक्शन नहीं लिया गया है। इसको लेकर मृतकों को के परिवारों सहित देश के युवाओं में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है।
हालांकि गृह मंत्रालय द्वारा 7 में को राजस्थान के कई शहरों में ब्लैक आउट कर मूक ड्रिल की रिहर्सल की जाएगी। ताकि युद्ध होने पर लोग अपना बचाव कर सकें और किसी भी आपत्ति में घायलों को तुरंत उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया जा सके।
करनाल के गांव भुसली में जन्म, परिवार सेक्टर 7 में रहता है।
परिवार में दादा-दादी, माता-पिता और बहन सृष्टि है
करनाल के संत कबीर स्कूल से स्कूल की पढ़ाई की।
दिल्ली के कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की
पहले CDS की तैयारी की, उसमें सफल नहीं हुए
SSB की तैयारी की, 3 साल पहले नेवी में सिलेक्शन हुआ
ताऊ और नाना भी आर्मी में रहे, अंग्रेजों से लड़े
दादा पहले BSF, रिटायरमेंट के बाद हरियाणा पुलिस में रहे
पिता कस्टम डिपार्टमेंट में सुपरिटेंडेंट, पानीपत में ड्यूटी
केरल के कोच्चि में ड्यूटी थी, 28 मार्च को छुट्टी पर आए।
4 अप्रैल को गुरुग्राम की रहने वाली हिमांशी से सगाई हुई।
19 अप्रैल को मसूरी में डेस्टिनेशन वेडिंग, 19 को करनाल में रिसेप्शन
20 अप्रैल को ससुराल गुरुग्राम गए, वहां से पहलगाम घूमने गए
22 अप्रैल को आतंकियों ने नाम पूछकर विनय को गोली मार दी